कुमार गौरव
मधुबनीः बिस्फी थाना क्षेत्र के पीएससी में आज सवेरे प्रसव के लिए आई एक महिला की मौत हो गई। उसके साथ नवजात ने भी दम तोड़ दिया। जिसके बाद अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ। परिजनों का आरोप था कि अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ के कारण जच्चा-बच्चा की मौत हुई है। लोगों का विरोध देखते हुए बेनीपट्टी के डीएसपी अरुण कुमार सिंह ने सभी को समझा-बुझाकर मामले को शांत करवाया.जच्चा और बच्चा के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मधुबनी भेज दिया।
मामले में बताया गया कि बिस्फी डी की पूनम कुमारी गुरुवार शाम को पीएचसी डिलिवरी के लिए आई हुई थी। जहां उसने ड्यूटी पर मौजूद एएनएम मालती देवी को बताया कि पांच साल पहले ऑपरेशन से उसकी डिलिवरी हुई थी। इस बात को जानते हुए भी कि एक बार ऑपरेशन से डिलिवरी होने के बाद अगला बच्चा भी ऑपरेशन से ही होगा। एएनएम ने महिला को अस्पताल में भर्ती करा दिया। जबकि अस्पताल में ऑपरेशन से डिलिवरी कराने की व्यवस्था नहीं थी। इस दौरान नार्मल डिलिवरी कराने का भरोसा देकर महिला को चार घंटे से ज्यादा समय तक वहीं रखा गया। जिसके कारण महिला का हालत खराब होती चली गई। बाद में जब तक उसे दूसरी जगर रेफर किया जाता, महिला और उसके बच्चे की मौत हो गई।
लोगों ने जमकर किया हंगामा
प्रसुता की मौत पर परिजनों ने पीएससी में कार्यरत नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर बवाल काटा सूचना पर पहुंचे बेनीपट्टी के डीएसपी अरुण कुमार सिंह ने सभी को समझा-बुझाकर मामले को शांत करवाया। बच्चा के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मधुबनी भेज दिया और मामले की छानबीन की जा रही है।