पटना: बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि घोर कलियुग है . चरवाहा विद्यालय को रोल मॉडल मानने वाले, धारा 420 के आरोपी तेजस्वी यादव. जिनके पिता धारा 420 के मामले में सजायाफ्ता हैं, वो भ्रष्टाचार पर प्रवचन दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जिस लालूवाद को विचारधारा मान शिरोधार्य किए हुए हैं उनके 15 वर्ष के शासनकाल में बिहार में एक भी पुल का निर्माण तो हुआ नहीं, पढ़ाई लिखाई से इनका कभी कोई वास्ता रहा नहीं। तो स्वाभाविक रूप से इन्हें एहसास कहां होगा कि अंतरराष्ट्रीय नदियों का कहर बिहार को कैसे झेलना पड़ता है। अत्यधिक वर्षापात के कारण बंगरा घाट पुल के संपर्क पथ में थोड़ी परेशानी हुई है।
उन्होंने कहा कि इनके माता पिता के 15 वर्षों के शासनकाल में तो गोपालगंज, सीवान, सारण और मुजफ्फरपुर के लोगों को संपर्कता की कोई सुविधा दिया नहीं। अत्यधिक वर्षापात की वजह से अंतरराष्ट्रीय नदियों के अत्यधिक जलस्त्राव के कारण एप्रोच रोड में परेशानी तो आज नहीं हुई है, ये तो 15-20 दिन पहले हुआ था। जिसपर विभाग ने त्वरित संज्ञान लेकर कार्रवाई शुरू कर दिया है। पुल के निर्माण में गुणवत्ता की कसौटी पर कहीं कोई शक की गुंजाइश खड़ा नहीं कर सकता। ये तो प्राकृतिक आपदा है। नेता प्रतिपक्ष तो संपत्ति के वर्षापात वाले हैं उन्हें वर्षापात कहाँ समझ आएगा।
उन्होंने कहा कि विकास के मुद्दे पर यदि तेजस्वी यादव बहस करना चाहते हैं तो इनके लिए तो गोपालगंज जिले के फुलवरिया प्रखंड के इनके पैतृक गांव फुलवरिया के हमारी पार्टी के पंचायत अध्यक्ष माननीय योगेंद्र राम जी ही काफी हैं। ये उनसे बहस कर लें, वो इन्हें आइना दिखा देंगे कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने केंद्रीय मंत्री रहते हुए बिहार में कौन कौन सी योजनाओं को अंजाम दिया और 15 वर्षों में इनके माता पिता ने फुलवरिया सहित पुरे बिहार के विभिन्न स्थानों पर क्या क्या संपत्ति अर्जित करने का काम किया।
उन्होंने कहा कि हास्यास्पद है कि जो व्यक्ति खुद धारा 420 का आरोपी हो, वो अपनी तुलना माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी से करने की हिमाकत करता है। ये राजनीति का दुर्भाग्य है कि विपक्ष का नेता दफा 420 का आरोपी है और उसके पिता धारा 420 के सजायाफ्ता।