NEWSPR डेस्क। विश्व साक्षरता दिवस हर साल साक्षरता के महत्व एवं साक्षरता पर ज़ोर देने के लिए विश्व भर में मनाया जाता है। इसे लेकर जदयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने शुभकामनाएं दी है। विश्व साक्षरता दिवस को मनाने का प्रमुख कारण व्यक्तिगत, सामुदाय और समाज से साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डालना है।
साक्षरता किसी भी देश के विकास के लिए बहुत ज़रूरी है। देश के जितने ज्यादा नागरिक साक्षर होंगे, देश उतनी ही उन्नति कर सकता है। साक्षरता के इसी महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रत्येक वर्ष विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है। जिसके बाद हर साल 8 सितंबर को दुनियाभर में ये दिन मनाने की परंपरा ज़ारी है।
निरक्षरता को ख़त्म करने के लिए ‘विश्व साक्षरता दिवस’ मनाने का विचार पहली बार ईरान के तेहरान में शिक्षा के मंत्रियों के विश्व सम्मेलन के दौरान साल 1965 में 8 से 19 सितंबर को चर्चा की गई थी। 26 अक्टूबर, 1966 को यूनेस्को ने 14वें जरनल कॉन्फ्रेंस में घोषणा करते हुए कहा कि, ‘हर साल दुनिया भर में 8 सितंबर को “अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस” के रूप में मनाया जाएगा।