NEWSPR DESK- ज्यादा धूप पड़ने से या फिर ज्यादा ठंड पड़ने से फसल अक्सर खराब हो जाती है। इस कारण से किसानों को बहुत मुश्किल का सामना करना पड़ता है वहीं ज्यादातर किसान सिर्फ गेहूं,धान, मेंथा और सरसों की खेती करते हैं.
लेकिन, अब जिले के किसान इन सबसे हटकर बागवानी और साग-सब्जियों की खेती में दिलचस्पी ले रहे हैं. इससे यहां के किसानों को पहले से ज्यादा फायदा हो रहा है. साथ ही उनको हर दिन हरी सब्जियां भी खाने को मिलती है.
जिले के किसान IPM (एकीकृत कीट प्रबंधन) तकनीक से लौकी, करेले की खेती कर रहे हैं, जिससे उन्हें कम लागत में ज्यादा मुनाफा हो रहा है. बाराबंकी जिले के सदीपुर गांव के रहने वाले किसान चमन ने डेढ़ बीघे से लौकी- करेले की खेती की शुरुआत की. इसमें उन्हें अच्छा मुनाफा हुआ. आज वह करीब एक एकड़ से ज्यादा की जमीन पर लौकी- करेले की खेती कर रहे हैं. इस खेती से लगभग उन्हें ढाई से 3 लाख रुपये प्रतिवर्ष मुनाफा हो रहा है.