भागलपुर आठवें दिन भी एनएचएम कर्मियों द्वारा अपनी मांगों को लेकर के हड़ताल पर है. जिससे स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था चरमरा गई है .आम लोगों को अपनी इलाज में काफी कठिनाइयों का सामना करना पर रहा है. भागलपुर जिला के सभी NHM कर्मियों के द्वारा हड़ताल पर चले जाने से आम लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. हम आपको बता दें कि उक्त हड़ताली कर्मियों की मांगे समान काम समान वेतन एवं फेशियल अटेंडेंस सिर्फ NHM कर्मियों के लिए ही क्यों यह नियम सभी कर्मियों पर लागू होने की मांग कही गई.साथ ही साथ उन लोगों का कहना था.हम लोग क्षेत्र में लगभग 5 से 6 किलोमीटर दूर-दूर तक आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीकाकरण से लेकर के सभी सरकारी कार्यों को बखूबी निर्वहन करते हुए अपने कार्य को संपादन करते हैं. उसके बाद भी हम लोगों को ना तो किसी प्रकार की सुविधा दी जाती है .ना ही कोई भत्ता यहां तक की हम लोगों की मानदेय एक दैनिक मजदूर से भी कम है. हमलोगों को मात्र 11500 रुपये में ही हमको रूम किराया देना पड़ता है, जाने आने मे भी अच्छे पैसे खर्च हो जाते है .खाना पीने में भी हमलोगों को खर्च होता है.हमलोग किस तरह अपना जीवन निर्वाहन कर रहे है.यह हमलोग ही समझते हैं. इतने में वर्तमान सरकारें रह कर दिखा दे तो समझ जाऊँ.हमलोगों को अपनी ही खर्चा उठाने में काफी समस्याओं का सामना करना पर रहा है .तो अपने बच्चों और परिवार का खर्चा उठाने में कितनी समस्याओं का सामना करना पड़ता होगा आप समझ सकते है .लेकिन सरकार कुंभकर्णी निद्रा में सोई हुई है. उनको जगाने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है.वहीं अब ग्रामीण परिवेश में जनता को अपनी इलाज कराने में भी कठिनाइयों का सामना करना पर रहा है . साथ ही साथ मूलभूत सुविधाएं भी केंद्रों पर मौजूद नहीं हैं. हमलोग अपने इन्हीं मांगों को लेकर के लगातार पिछले 8 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल किया गया .वहीं इन कर्मियों के हड़ताल पर Jane जाने से RI ,NCD, TELIMEDICINE,RCH सहित उप स्वस्थ्य केंद्र पर OPD नहीं होने से जनमानस को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. हम आपको बता दे कि विधानसभा उपाध्यक्ष नरेंद्र नारायण यादव ने भी इनकी मांगों का समर्थन करते हुए कहा था कि इनकी मांगे जायज है. सरकार अवश्य ध्यान देगी.