NEWSPR डेस्क। मुंगेर में विकास परियोजनाओं को लगातार गति देने नमामि गंगे परियोजना के तहत सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जाएगा। जिससे गंगा नदी में गंदा पानी ना गिर सके। नमामि गंगे परियोजना के तहत देशभर में गंगा नदी के किनारों पर बसे शहरों में नालों के पानी की सफाई के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जा रहे हैं। ताकि जीवनदायनी नदी को साफ और स्वाच्छस रखा जा सके।
इसी योजना के तहत मुंगेर में अत्याधुनिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इस प्लांट के निर्माण पर 250 करोड़ की लागत आने का अनुमान है, इसके लिए फंड जारी कर दिया गया है। मुंगेर में पहला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट 250 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा है। इस प्लां ट को वर्ष 2023 तक बनने का लक्ष्य रखा गया है। बुडको की ओर से निकाले गए टेंडर में ईएमएस इंफ्राकॉन ने सीवेज ट्रीटमेंट प्लां्ट का ठेका हासिल किया है। कंपनी ने प्लां ट का निर्माण कार्य शुरू भी कर दिया है।
उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद के अनुसार, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट नवीनतम एसबीआर तकनीक से बन रहा है। यहां गंदे जल का शोधन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मानकों के अनुसार हो सकेगा। यह शहर का पहला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट होगा, इसकी क्षमता लगभग 30 एमएलडी होगी और पहले फेज में 167 किलोमीटर और दूसरे फेज में अतरिक्त 120 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाकर पूरे शहर के वेस्टेज वाटर को ट्रीट कर उस पानी को सिंचाई के काम लाया जाएगा।