विक्रांत
पटनाः शास्त्री नगर थाना क्षेत्र में नेवी के कैप्टेन के घर से साल की सबसे बड़ी चोरी की घटना से पुलिस की परेशानी कम नहीं हुई थी कि चोरों ने इसी तरह की दूसरी घटना को अंजाम दे दिया है। हालांकि इस बार चोरों ने शास्त्री नगर की जगह राजीव नगर को अपना निशाना बनाया है। यहां चोरों ने पांच अलग-अलग फ्लैट से लगभग एक करोड़ की संपत्ती चुरा ली है। जिनमें एक फ्लैट भाजपा नेता का बताया जा रहा है, वहीं दूसरा फ्लैट भोपाल में कार्यरत डीएसपी का बताया जा रहा है। चौंकानेवाली बात यह है कि प्रशासन ने पूरे राजीव नगर इलाके को कोरोना के कारण चार दिन से सील कर रखा है। इसके बाद भी चोर आराम से घटना को अंजाम देकर निकलने में सफल हो गए। चोरी की यह घटनाएं कहीं न कहीं पुलिस की नाकामी साबित करती है।
पांच फ्लैट का तोड़ा ताला
पुलिस के अनुसार चोरों ने अपार्टमेंट के पांच फ्लैट का ताला तोड़ा। जिनमें तीन से कुछ चोरी की बात सामने नहीं आई है। वहीं जिन दो अपार्टमेंट में चोरी हुई है। उनमें कोई नहीं रहता था। जिसके कारण चोरों को माल पर हाथ साफ करने में कोई परेशानी नहीं हुई। पुलिस के अनुसार दोनों फ्लैट में से एक भाजपा नेता और दूसरा भोपाल में कार्यरत डीएसपी का है। चोरों ने उनके घर से कितने की संपत्ती चोरी की है, इसके बारे में सटीक तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। फ्लैट के मालिकों के आने के बाद ही चोरी हुए सामान की सही जानकारी मिल सकेगी। हालांकि माना जा रहा है कि दोनों फ्लैट से लगभग एक करोड़ से ज्यादा की चोरी हुई है।
रात 2.50 में पहुंचे चोर
चोरी की यह पूरी घटना अपार्टमेंट में लगे सीसीटीवी में रिकार्ड हो गई है। पुलिस को मिले फुटेज में रात के करीब 2.50 में दो लोग चेहरे पर कपड़ा बांधे हुए छत से सीढ़ियों से नीचे उतर रहे हैं। जिसके बाद एक युवक रॉड से फ्लैट के ऊपर लगे कैमरे पर वार करता है। चोरी की वारदात में पुलिस के लिए यह फुटेज अहम माना जा रहा है।
कोरोना के कारण सील है पूरा इलाका
यहां यह बताना जरुरी है कि राजीव नगर हाल के डेढ़ महीने में चर्चा का केंद्र बना हुआ है। पहले सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या की घटना और उसके बाद चार दिन पहले कोरोना के दर्जनों मरीज मिलने के बाद पूरे इलाके को सील किया जाना। जिसके कारण किसी बाहरी लोगों के आने जाने को लेकर कई प्रकार की जांच की जा रही है। खासकर रात के समय में किसी अनजान को चोरी का सामान लेकर आसानी से निकल जाना कई सवाल खड़े करता है। जिनके जवाब ढ़ूढने में पुलिस को खासी परेशानी होने वाली है।