अमरूद से बढेगी किसानो की आमदनी,किसान होंगे मालामाल।

Patna Desk

 

देश में कृषि के क्षेत्र में बहुत सारे स्टार्टअप्स हो रहे हैं।स्टार्टअप्स करने वालों में अब सबसे अधिक युवा व नैकरी पेशा वाले बढ़-चढ़कर खेतों की तरफ अपना रुख कर रहे हैं। कृषि के क्षेत्र में इनलोगो के आने का सबसे बड़ा फायदा यह हो रहा है कि इस क्षेत्र में नयी तकनीक और तरीकों का इस्तेमाल हो रहा है इससे कृषि के क्षेत्र में नए अवसर प्राप्त हो रहे हैं।उसी कड़ी में पूर्वी चंपारण जिला पिपरा कोठी प्रखंड के सुरुजपुर पंचायत के झखरा में एक किसान जो पेशे से सरकारी शिक्षक भी है उन्होंने ऐसा ही स्टार्टअप्स शुरू किया है जिन्होंने पारंपरिक खेती छोड़कर बिल्कुल नई तकनीक से अमरूद की खेती कर रहे है।किसान रवि शर्मा बताते है कि इस फसल में केवल एक बार निवेश के बाद पारंपरिक खेती के मुकाबले लगभग 30- 35 वर्षों तक इससे आमदनी होती है।मैंने पांच एकड़ खेत मे पांच हज़ार अमरूद के पौधा लगाए है जो थाई सीडलेस और थाई सूर्यकिरण वेरायटी के पौधे है।जो साल भर में तीन बार फलन होता है।

एक पेड़ में एक क्विंटल अमरूद होता है जिसका वजन दो सौ ग्राम से पांच सौ ग्राम तक होता है और खाने में बहुत ही स्वादिष्ट भी होता है।एक पेड़ से मुझे एक हज़ार रुपये तक की आमदनी होती है कुल मिलाकर मुझे लाखो रुपये की आमदनी हो रही है साथ ही फल मण्डी में आसानी से बिक जाता है। उन्होंने आगे कहा कि जिले के अन्य किसानो को भी अमरूद की खेती करनी चाहिए जिससे किसानो की आमदनी ज्यादा से ज्यादा हो सकती है।पूर्वी चंपारण का क्षेत्र इसके के लिए उपयुक्त है और हम जिले के किसानों को इसके पौधा देने के अलावे उन्हें मुफ्त में इसकी तकनीक और रखरखाव की भी जानकारी देंगे।

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