NEWSPR डेस्क। अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की आज जयंती मनाई जा रही है। इस मौके पर जेडीयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता संजीव श्रीवास्तव ने उन्हे नमन किया और विनम्र श्रद्धांजलि दी। संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद बहुत ही अलग तरह के क्रांतिकारी थे। आजाद ने 25 साल की उम्र में ही देश के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी थी। उन्हे राष्ट्रभक्ति की प्रतिमूर्ति बताया। संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि आजाद असाधारण वीरता और अदम्य साहस के पर्याय हैं और स्वाधीनता संग्राम के प्रणेता हैं।
आजाद का जन्म 23 जुलाई 1906 को प्रांतीय राज्य आलिराजपुर के भाभरा गांव में हुआ था जदो आज मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले में पड़ता है। चंद्रशेखर तिवारी के पिता का नाम सीताराम तिवारी और माता का नाम जगरानी देवी था। साल 1925 में कोकोरी षड़यंत्र में आजाद भी शामिल थे, लेकिन वे दूसरे क्रांतिकारियों की तरह कभी भी अंग्रेजों के हत्थे नहीं चढ़े। जब योजना के मुताबिक काकोरी से खजाना लूटकर सभी क्रांतिकारी लखनउ आए तो आजाद को छोड़ सबने अपने तय ठिकाना पर रात बिताई, लेकिन आजाद ने एक पार्क में रात बिताना तय किया। बताया जाता है कि उन्होंने पूरी रात बेंच पर ही बैठकर बिताई थी। अंग्रेजों ने काकोरी कांड के प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाया और सभी आरोपियों को पकड़ा, लेकिन वे आजाद को जिंदा ना पकड़ सके।