NEWSPR डेस्क। अररिया में मजदूर संगठनों ने आज विश्वासघात दिवस मनाया। बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले विभिन्न किसान – मजदूर संगठन तथा वाम मोर्चा के घटक दलों ने विश्वासघात दिवस मनाया। इस प्रदर्शन में सीपीआई, सीपीएम, माले, जन जागरण शक्ति संगठन समेत सैकड़ों की संख्या में किसान व मजदूर शामिल हुए।
केंद्र सरकार ने किसान विरोधी तीनों कानून वापस लेते हुए आंदोलन में शहीद हुए किसानों के परिवार को मुआवजा, एमएसपी पर गारंटी कानून, लखीमपुर खीरी जनसंहार में मृतक किसान परिवारों को रोजगार तथा मुआवजा का वादा किया था लेकिन अब तक उन वादों में से कोई एक भी पूरा नहीं किया है। जबकि उनके वादे पर विश्वास कर के ही किसान आंदोलन समाप्त हुआ था।
सरकार के वादाखिलाफी के खिलाफ यह प्रदर्शन अररिया बस स्टैंड से शुरू हुआ, चांदनी चौक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया गया। यहां से होते हुए समहरणालय परिसर में एक नुक्कड़ सभा में परिवर्तित हुई, जहां से एक शिष्टमंडल जिला पदाधिकारी के हाथों राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। रैली में शामिल सीपीआई के डॉ एस आर झा ने कहा कि, यह सरकार पूरी तरह से कॉरपोरेट की सरकार है और उन्हीं के हित को प्राथमिकता देती है।
अररिया से रविराज की रिपोर्ट