NEWSPR डेस्क। शहीद सरदार उधम सिंह की 122 वीं जयंति के मौके पर राज्यव्यापी प्रोटेस्ट डे के तहत बिहार के तमाम नियुक्तियों में हो रहे अनियमितता के खिलाफ इंक़लाबी नौजवान सभा (आरवाईए) और आइसा ने संयुक्त तौर पर माले जिला कार्यालय से गांधी पुस्तकालय होते हुए भगत सिंह चौक पर मुख्यमंत्री का पुतला दहन एवं प्रतिवाद मार्च निकला।
इस मौके पर इंक़लाबी नौजवान सभा (आरवाईए) सचिव रामाकांत कुमार, टुना दीपक कुमार, शहजाद आलम, अन्य ने अपने संबोधन में कहा कि 19 लाख रोजगार, मांग रहे बिहार के युवा। युवा का कहना है कि जब तक सरकार उनकीं मांगें पूरी नहीं करेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। आइसा नेता राहुल कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि एक तरफ जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नौकरियों के अवसरों को बेच रहें हैं। वही पिछले 17 वर्षों मोदी के भरोसेमंद पार्टनर नीतीश कुमार ने बिहार के नौजवानों से वोट लेकर धोखा देने का काम किया है। आज बिहार बेरोजगारी में नंबर वन बना हुआ है। यहां के नौजवान रोजगार हासिल करने के लिए लगातार सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे लेकिन इसके उल्ट नीतीश सरकार युवाओं को धमकी दे रहे हैं और उनपर लाठीचार्ज, पुलिस दमन का सहारा ले रही है।
मार्च निकालने से पहले भाकपा माले के वरिष्ठ नेता कॉमरेड कमलेश शर्मा स्थानीय माननीय विधायक कॉमरेड महानंद जी रविंद्र जी शिक्षा स्वास्थ्य और रोजगार के सवालों पर नौजवानों के बीच अपनी बात रखें एवं संकल्प सभा आयोजित हुआ, सभा को संबोधित करते हुए महानंद जी ने कहां की आजादी के 75 साल: वहीं शहीद सरदार उधम सिंह भारतीय इतिहास में एक ऐसा नाम है, जिसे जलियावाला बाग नरसंहार का बदला लेने के लिए याद किया जाता है। इस मौके पर दीपक कुमार, शहजाद आलम, उमेश कुमार, जितेंद्र कुमार, उदय कुमार, नीतीश कुमार आदि शामिल थे।
अरवल से आजाद खान की रिपोर्ट