मुंगेर कोरोना संक्रमण के तीन साल बाद एक बार फिर से पोलो मैदान में असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजयादशमी पर रावण, कुंभकरण और मेघनाथ को जलाया जायेगा. जिसको लेकर विशालकाय रावण का पुतला तैयार किया जा रहा है. जबकि उसके भाई कुंभकरण और बेटा मेघनाथ का भी पुतला को अंतिम रूप देने में कलाकारण जुटे हुए है. जबकि कार्यक्रम स्थल पोलो मैदान और किला क्षेत्र में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है.
रामलीला मैदान दुर्गा ट्रस्ट की ओर से विजयादशमी उत्सव पर लंबे समय से रावण वध कार्यक्रम का आयोजन किया जाता था. वर्षों पहले तक नगर भवन के समीप स्थित रामलीला दुर्गा मैदान में रावण वध कार्यक्रम होता था. लेकिन जनता की भीड़ को देखते हुए पोलो मैदान में रावण वध कार्यक्रम होने लगा. लेकिन मार्च 2020 में कोरोना संक्रमण का दौर प्रारंभ हुआ. जिसके कारण रावण वध कार्यक्रम को बंद करना पड़ गया. पिछले तीन साल से रावण वध कार्यक्रम यहां बंद था. लेकिन कोरोना संक्रमण का दौर खत्म होने पर रामलीला मैदान दुर्गा ट्रस्ट ने प्रशासन से मिल कर एक बार पुन: रावण वध कार्यक्रम का आयोजन पोलो मैदान में कर रही है. जिसकी तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है.रामलीला मैदान दुर्गा ट्रस्ट की ओर से कार्यक्रम की तैयारी की जा रही है. पश्चिम बंगाल के मेदिनापुर जिले से कारीगर को बुलाया गया है. सुरेश मायती के नेतृत्व में पहुंची छह सदस्यीय कारीगर पोलो मैदान में रावण का 30 फीट का पुतला और कुंभकरण व मेघनाथ का पुतला तैयार करने में जुटा हुआ है. जिसे अंतिम रूप दिया जा रहा है.रावण वध कार्यक्रम को लेकर किला क्षेत्र और कार्यक्रम स्थल पोलो मैदान में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है. पोलो मैदान का जायजा लेने पहुंचे डीएम एसपी ने बताया की पुतला दहन से पूर्व ही किला के तीनों द्वार से वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा. जबकि एक दर्जन स्थानों पर ड्राप गेट और बेरिकेडिंग की गयी है. पोलो मैदान के गेट नंबर-1 व 6 से वीआइपी की इंट्री होगा. जबकि अन्य चार गेट से श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जायेगा. जगह-जगह सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है.