NEWSPR डेस्क। पटना में एक अस्पताल की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। जहां कान के ऑपरेशन के बाद नर्स द्वारा दिये गये इंजेक्शन से एक युवती का हाथ पूरी तरह गल गया। मामला कंकड़बाग थाने में आया है। इंफेक्शन फैलता देख परिजनों ने जब मेदांता अस्पताल में युवती को भर्ती कराया। तो वहां डॉक्टरों ने कहा कि युवती का हाथ काटना पड़ेगा। जिसके बाद परिजनों से पूछने के बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर युवती का हाथ काट कर हटा दिया।
युवती के भाई विशाल अग्निहोत्री ने बताया कि 11 जुलाई को 21 वर्षीय रेखा कुमारी के कान का ऑपरेशन महावीर आरोग्य संस्थान कंकड़बाग में कराया था। ऑपरेशन के अगले दिन नर्स ने युवती के हाथ में एक इंजेक्शन दिया। इंजेक्शन देने के तुरंत बाद रेखा दर्द से तड़पने लगी। धीरे-धीरे हाथ काला होने लगा और खून के धब्बे जमने लगे। जब डॉक्टरों और नर्स को बताया तो उसने कहा कुछ नहीं सब ठीक हो जायेगा, लेकिन हालत यह हो गयी कि रेखा का हाथ पूरी तरह काला हो गया।
जिसके बाद डॉक्टरों ने तुरंत युवती को आइजीआइएमएस रेफर कर दिया। परिजन जब वहां पहुंचे तो वहां पर भर्ती नहीं लिया गया। इसके बाद पास के निजी अस्पताल में जब जांच कराया तो डॉक्टरों ने कहा कि अब तो हाथ काटना पड़ेगा। 21 वर्षीय रेखा कुमारी पिता रामेश्वर महतो शिवहर की रहने वाली है। परिजनों ने महावीर आरोग्य संस्थान के नर्स व डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। भाई ने कहा कि थाना गये थे, मैं वकील से लिखवा कर थाना में आवेदन दूंगा। वहीं लड़की के परिजन पीएमसीएच ले गए लेकिन पहले पीएमसीएच में पहले दवा मंगवाया, फिर कहा की हम लोगो से नहीं होगा ऑपरेशन।
जिसके बाद हार थक के परिजनों ने डॉक्टर पर आरोप लगाया है कि डॉक्टर ने रिपोर्ट देखने के बाद लौटा दिया। कहा कि यहां आइसीयू खाली नहीं है। रेखा की हालत बिगड़ता देख अत: परिजनों ने मेदांता में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने शुरू में सर्जरी कर रेखा को 15 दिनों की दवा देखर डिस्चार्ज कर दिया। इसी गैप में परिजन दिल्ली एम्स भी इलाज के लिए गये, लेकिन वहां भी डॉक्टर ने हाथ काटने की बात कह दी, जिसके बाद परिजन 15 दिन बाद मेदांता में रेखा का हाथ कटवा दिया।