NEWSPR डेस्क। खबर बिहार के कैमूर से है। जहां भभुआ सदर गुरुवार को प्रशव पीड़ा के बाद सदर अस्पताल लायी गयी एक महिला ने मदद नहीं मिलने पर सदर अस्पताल स्थित इमरजेंसी के बाहर खड़े ई रिक्शा पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। ई रिक्शे में बच्चे को जन्म देने वाली महिला थानाक्षेत्र के खनेठी गांव निवासी पप्पू राम की बेटी सुमन देवी बतायी जाती है।
महिला के साथ रहे परिजनों का आरोप था कि 20 मिनट तक प्रसूता प्रशव वेदना के दौरान इमरजेंसी वार्ड के बाहर ई रिक्शे पर दर्द से कराहती रही लेकिन इमरजेंसी व प्रसूता वार्ड में बैठी महिला डॉक्टर व नर्स ने उसे देखना तक जरूरी नही समझा। इस दौरान महिला के पिता कई बार प्रथम तल पर स्थित जच्चा बच्चा वार्ड में तैनात नर्सों को जाकर चलने की गुहार लगाता रहा लेकिन नर्सों द्वारा मरीज को ऊपर लाने के बाद ही देखने को कहते हुए उसे चलता कर दिया गया।
हालांकि मीडियाकर्मियों द्वारा जब इस घटना की जानकारी अस्पताल उपाधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह को दी गयी। इसके कुछ देर बाद ही मौके पर नर्स पहुंची। जिसके बाद महिला का सुरक्षित प्रशव कराते हुए जच्चे बच्चे को भर्ती वार्ड में ले जाया गया। दरअसल, जब महिला को लाया गया, तो वह प्रशव पीड़ा से बेहाल थी। महिला के परिजन इस दौरान अस्पताल में जाकर महिला कर्मियों से जाकर इसकी सूचना भी दी लेकिन उनकी मदद के लिये कोई भी महिला कर्मी नही आयी।
इधर इस घटना को देखने के लिए वहां दर्जनों महिलाओं की भीड़ लग गयी। इसी बीच दर्द से बेहाल महिला ने इमरजेंसी के बाहर ई रिक्शे पर ही बिना किसी मदद के बच्चे को जन्म दे दिया। गौरतलब है कि सदर अस्पताल में डॉक्टरों व नर्सों के लापरवाही से अक्सर मरीजों के जान पर आफत बनी हुई रहती है। खासकर नर्स व ममता कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं के इलाज व देखरेख में काफी लापरवाही बरतती है।
कैमूर/भभुआ से ब्रजेश दुबे की रिपोर्ट