बहुचर्चित आईएएस अधिकारी के.के पाठक के इस्तीफे को लेकर फर्जी खबर फैल गई। केके पाठक का एक पत्र वायरल हो रहा है जिसमें ये लिखा गया है कि वे स्वतः अपने पद का परित्याग कर रहे हैं। हालांकि ये एक अफवाह है, अफवाह फैलाने वालों ने सरकारी कामकाज का तरीका और नियम को जाने समझे बगैर के.के पाठक के इस्तीफे की खबर दे दि।
लेकिन अगर के के पाठक के इस्तीफे की खबर अगर अफवाह है तो सच्चाई क्या है?
दरसल के.के. पाठक ने अपने पद परित्याग के पत्र में दो दफे बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग की अधिसूचना संख्या-1/पी-1004/2021/सा.प्र.-590 , दिनांक 09.01.2024 का जिक्र किया है। वे कह रहे हैं इस अधिसूचना के आलोक में वे पद का स्वतः परित्याग कर रहे हैं। दरअसल, बिहार सरकार ने सरकारी सेवकों के कामकाज के लिए संहिता बना रखी है। उसकी अनुसूची संख्या-53 के तहत किसी महत्वपूर्ण पद पर पदस्थापित अधिकारी को लंबी छुट्टी पर जाने से पहले फार्म 202 भरना पड़ता है। इस फार्म में वे छुट्टी की अवधि तक के लिए अपने पद का परित्याग करते हैं इसी नियम के तहत के के पाठक भी पद परित्याग का फार्म भर कर छुट्टी पर गये हैं। सरकारी नियमों के अनुसार जब वे 16 जनवरी के बाद छुट्टी से वापस लौटेंगे तो फिर से पद संभालने का प्रपत्र भरेंगे।