सोमवार को राष्ट्रीय आईएमए के आह्वान पर राजस्थान सरकार द्वारा पारित ” राइट टू हेल्थ बिल ” के विरोध मे आईएमए भभुआ कैमूर शाखा सभी सदस्यों ने काली पट्टी बांध कर विरोध प्रदर्शन किया। आईएमए भभुआ कैमूर शाखा के सभी सदस्य राजस्थान सरकार द्वारा चिकित्सकों के विरोध के बावजूद जनविरोधी ” राइट टू हेल्थ” बिल को पारित किए जाने से दुखी एवं आक्रोशित हैं । यह बिल आमजनों को संविधान के धारा 21 के अंतर्गत सरकार से ‘ राइट टू लीव ‘ अधिकार से वंचित करने का प्रयास है । सरकारें स्वास्थ्य क्षेत्र मे अपने दायित्व को निजी क्षेत्र पर बिना किसी खर्च लादकर उन्हे बर्बाद करने पर उतारू हैं । राजस्थान सरकार जब तक इस जनविरोधी काले कानून ( राइट टू हेल्थ बिल) को वापस नहीं लेती तबतक आईएमए भभुआ हर स्तर पर अपना विरोध जारी रखेगी तथा राजस्थान के आंदोलन रत चिकित्सकों का अपना समर्थन जारी रखेगी। आज आईएमए भभुआ कैमूर शाखा के सभी सदस्यों ने विरोध स्वरूप पूरा दिन काली पट्टी बांध काम किया एवं राजस्थान के मुख्य मंत्री एवं ईमेल के जरिए अपना ग्यापन भेजा।
इस अवसर पर बिहार सरकार द्वारा नालंदा मेडिकल कॉलेज के फार्मा कोलोजी विभाग के अध्यक्ष डॉ संजय कुमार की सकुशल बरामदगी नही किए जाने कि भर्त्सना किया । डाॅ संजय कुमार को लापता हुए छब्बीस दिन हो चुके हैं । आईएमए भभुआ शाखा बिहार सरकार से डाॅ संजय कुमार की सकुशल बरामदगी के लिए अविलंब इसकी जांच सीबीआई से कराने की मांग करता है । बिल के विरोध मे शामिल अध्यक्ष डाॅ डी के सिह, सचिव डॉ संतोष कुमार सिंह, डाॅ अनिल कुमार सिंह, डॉ अविनाश सिंह, डॉ लोकनाथ तिवारी, डॉ त्रिभुवन, डाॅ संजय कुमार, डॉ रीता कुमारी , डॉ अरविंद द्विवेदी, डॉ मीना पाठक, डॉ बदरूद्दीन, डाॅ अंबर, डाॅ प्रेमशंकर सिंह, डॉ विनोद कुमार, डॉ प्रदीप प्रभाकर, डाॅ विंध्याचल, डाॅ केशव कुमार, डाॅ अभिलाष, डाॅ सितेश, डाॅ शशिकांत इत्यादि मौजूद रहे। इसकी जानकारी डाॅ संतोष कुमार सिंह, सचिव आईएमए भभुआ शाखा सह संयुक्त सचिव आईएमए बिहार राज्य शाखा ने दी।