इन दिनों आई फ्लू की बीमारी तेजी से फैल रही है। इसके चपेट में कई लोग आ रहे हैं। बारिश और उमस के बीच इन दिनों आई फ्लू का रिस्क तेजी से बढ़ रहा है। जिले के अस्पतालों में आई फ्लू के मरीज सामने आ रहे हैं। एकदम से आई फ्लू के बढ़ते केसेस से लोगों में डर बना हुआ है। चिकित्सक की माने तो आई फ्लू से बचने का सबसे कारगर तरीका है अपने हाथों की और अपने आस पास की सफाई रखना. आई फ्लू का इंफेक्शन हाथों के जरिए सबसे ज्यादा फैलता है. इसलिए हाथों को बार बार धोने की सलाह दी जाती है. अगर किसी आई फ्लू वाले व्यक्ति के संपर्क में आ जाते हैं और इसका शिकार हो जाते हैं सबसे पहले खुद को आइसोलेट कर लें.
गौरतलब है कि आई फ्लू, जिसे कंजंक्टिवाइटिस भी कहते हैं। आँख में खुजली, चुभन, जलन, सूजन और पलकों का चिपकना इसके लक्षण होते हैं। चलिए जानते हैं कि इस समस्या से कैसे बचा जा सकता है। आप की भी आँख लाल हो गई है और पानी बह रहा है? आई फ्लू हो सकता है। आँखों में खुजली, जलन, पलकों का चिपकना भी आई फ्लू के लक्षण हैं। आई फ्लू में आँखों में इन्फेक्शन हो जाता है, इसे कंजंक्टिवाइटिस, पिंक आई, रेड आई भी कहते हैं। इसे आँखों का आना भी बोलते हैं। बरसात के मौसम में ये परेशानी ज़्यादा बढ़ती है। एक-दूसरे से भी फैलता है।
चिकित्सक की माने तो आई फ्लू से बचाव के लिए ये ज़रूरी उपाय करें। जिसमें आँखों को बार-बार रगड़े या छुए नहीं। आँखों से पानी आने पर किसी साफ कपड़े से ही साफ करें। दिन में दो-तीन बार गर्म रुमाल से सिकाई करें। कोशिश करिए घर से बाहर न निकलना हो, अगर निकले तो चश्मा लगा लें। अगर आपको आई फ्लू है तो ख़ुद को आइसोलेट (अकेला) रखें। ज़्यादा परेशानी बढ़ जाए तो डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।