NEWSPR DESK- ग्रंथों के अनुसार, श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 2 अगस्त, मंगलवार को है। इस दिन नागदेवता की पूजा मुख्य रूप से की जाती है। ऐसा कहा जाता है नागपंचमी पर नागदेवता की पूजा करने से सर्प भय से मुक्ति मिल जाती है।
2 अगस्त के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- श्रावण
पक्ष- शुक्ल
दिन- मंगलवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- उत्तरा फाल्गुनी और हस्त
करण- बव और बालव
सूर्योदय – 6:01 AM
सूर्यास्त – 7:04 PM
चन्द्रोदय – Aug 02 9:44 AM
चन्द्रास्त – Aug 02 10:12 PM
अभिजीत मुहूर्त – 12:07 PM – 12:59 PM
2 अगस्त का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड – 9:17 AM – 10:55 AM
कुलिक – 12:33 PM – 2:10 PM
दुर्मुहूर्त – 08:38 AM – 09:30 AM और 11:27 PM – 12:11 AM
वर्ज्यम् – 02:12 AM – 03:52 AM
मन का कारक है चंद्रमा
ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है। साथ ही यह माता, मस्तिष्क, बुद्धिमता, स्वभाव, जननेद्रियों, प्रजनन संबंधी रोगों का भी कारक है। चंद्रमा के मित्र ग्रह सूर्य और बुध है। चंद्रमा किसी भी ग्रह को अपना शत्रु नहीं मानता है। चंद्रमा कर्क राशि का स्वामी है। वहीं चंद्र वृषभ राशि में उच्च स्थान प्राप्त करता है।