NEWSPR डेस्क। आज भारतेंदु हरिश्चंद्र की पुण्यतिथि पर जदयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने उन्हें याद करते हुए नमन किया है। बता दें कि इनका जन्म सन् 1850 को काशी में हुआ था। भारतेंदु हरिश्चंद्र आधुनिक हिंदी साहित्य के पितामह कहे जाते हैं। इन्हें हिन्दी साहित्य में आधुनिक काल का प्रारम्भ भारतेन्दु हरिश्चन्द्र से माना जाता है।
भारतेन्दु के नाटक लिखने की शुरुआत बंगला के विद्यासुन्दर (1867) नाटक के अनुवाद से होती है। भारतेंदु हरिश्चंद्र के पिता जी गोपालचंद्र एक अच्छे कवि थे और ‘गिरधरदास’उपनाम से कविता लिखा करते थे। बचपन में ही माता पिता का साया सिर से उठ गया था। जिसके बाद अपने दम पर इन्होंने अपना जीवन बिताया और हिंदी साहित्य के क्षेत्र में एक अलग ही पहचान बनाई। उनको काव्य-प्रतिभा अपने पिता से विरासत के रूप में मिली थी। वहीं महज 35 साल की उम्र में ही 6 जनवरी 1885 को उनका निधन हो गया।