अंशु प्रिया
कटिहार। जिले के नगर थाना क्षेत्र के मिरचाईबाड़ी में रहनेवाली महिला के बैंक खाते 15.71 लाख की फर्जी निकासी का मामला सामने आया है। चौंकानेवाली बात यह है कि यह ठगी करनेवाला कोई और नहीं महिला के पति का दोस्त है। बताया जा रहा है कि उसने उक्त पैसे से जेवरों की खरीदारी की है। फिलहाल ठग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मामले में बताया गया कि मिरचाईबाड़ी के रहने वाले श्रीधर झा ने अपने दोस्त कटिहार के ही जाहिद हैदर की पत्नी नौशाबा बानो के खाते से 15 लाख 71 हजार 487 रुपये की अवैध निकासी कर भागलपुर स्थित तनिष्क शोरूम से आभूषण खरीद ली। यह निकासी तीन अगस्त को हुई। जब महिला ने कटिहार के नगर थाना में छह अगस्त को आवेदन दिया और सात अगस्त को केस दर्ज हो गया तो फंसने के डर से साइबर ठग श्रीधर झा रविवार को तनिष्क शोरूम में आभूषण लौटाने पहुंच गया।
दुकानदार ने शक होने पर पुलिस को बुलाया
आभूषण लौटाकर वह पैसा उसी खाते में वापस ट्रांसफर करने को कहने लगा। कटिहार पुलिस को इसकी जानकारी मिली तो कोतवाली पुलिस को मदद के लिए कहा। कोतवाली पुलिस ने उसे रोके रखा। कटिहार पुलिस आयी और ठग को अपने साथ लेकर चली गयी।
दो अगस्त को आकर आभूषण पसंद किया, तीन को पैसे ट्रांसफर कर दिया
तनिष्क शोरूम के मैनेजर अमित तिवारी ने पुलिस को बताया कि वह व्यक्ति दो अगस्त को आया था और शादी के लिए आभूषण खरीदने की बात कह आभूषण पसंद किया और यह कहते हुए वापस गया कि अगले दिन पैसे ट्रांसफर कर आभूषण ले जायेगा। तीन अगस्त को शोरूम मालिक के एमपी सर्राफ एंड एसडी सर्राफ सर्विस प्रा.लि. के नाम के खाते में उसने 15 लाख, 71 हजार 487 रुपये ट्रांसफर कर दिये और आभूषण लेने पहुंच गया।
महिला ने कहा- बेटी की शादी के लिए रखे थे पैसे
महिला ने कटिहार पुलिस को बताया कि इस तरह के ट्रांसजेक्शन की जानकारी उन्हें नहीं मिल सकी। तीन अगस्त को इतनी बड़ी रकम के ट्रांसफर होने के बाद कटिहार के एमजी रोड स्थित एचडीएफसी बैंक के मैनेजर मुकेशन कुमार ने चार अगस्त को शाम में उन्हें कॉल कर कहा कि उनके खाते से इतना पैसा आरटीजीएस हुआ है। महिला ने कहा कि आरटीजीएस के लिए फॉर्म भरना होता है पर उसने तो कोई फॉर्म भरा ही नहीं। पांच अगस्त को जब वह बैंक गयी तो बताया गया कि नेट बैंकिंग के तहत उनके खाते से पैसे ट्रांसफर किये गये हैं। महिला ने पुलिस को की गयी शिकायत में लिखा है कि बैंक मैनेजर, स्टाफ और लाभप्रद खाताधारी की मिलीभगत से ऐसा हुआ है।
शोरूम में अपना नाम अंकित बताया, अब बोला गिल्टी फील कर रहे हैं
साइबर ठग श्रीधर जब शोरूम में आभूषण खरीदने पहुंचा तो उसने वहां अपना नाम अंकित बताया और पता तिलकामांझी बताया। गलत नाम से ही अपने पहचान पत्र भी वहां जमा किये। पैन कार्ड भी अंकित के ही नाम से फर्जी बनवाकर जमा कर दिया था। शोरूम के मैनेजर ने पुलिस को इस बारे में बताया।
पुलिस की पूछताछ देख मां हो गयी बेहोश
रविवार को आभूषण के शोरूम में कोतवाली पुलिस जब साइबर ठग श्रीधर से पूछताछ कर रही थी तो उस समय श्रीधर की मां भी वहां मौजूद थी। तीनों प्रशिक्षु डीएसपी डॉ. गौरव, विपिन बिहारी और दिवेश के अलावा कोतवाली थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अमर बिस्वास वहां पूछताछ कर रहे थे। पुलिस की पूछताछ देख वह कुर्सी से नीचे गिर गयी और बेहोश हो गयी। ऐसा देख वहां पर मौजूद स्टाफ ने उनकी मदद की। थोड़ी देर में उसकी मां को होश आया और वह ठीक हो गयी।