NEWSPR डेस्क। आरा में संत रविदास की जयंती पर कॉमरेड मनोज मंज़िल अनुसूचित जाति प्राथमिक विद्यालय, बड़गांव पहुंचे। जहां उन्होंने कहा कि एक समय था कि अनुसूचित जाति/जनजाति, पिछड़े वर्ग के लोगों को शिक्षा लेने का अधिकार नहीं था, बाबा साहब, डॉ. भीमराव अंबेडकर, ज्योतिबा फुले, सावित्री फुले, 15 शताब्दी के समाज सुधारक, संत रविदास जैसे महापुरुषों ने शिक्षा, सामाजिक और जातिगत भेदभाव मिटाने के लिए काफी संघर्ष कर हमें ये अधिकार दिलवाया ।
आज शिक्षा को ब्राह्मणवाद और पूंजीवाद के हमले से बचाना है। आज जरूरत है संत रविदास, फुले और बाबा साहब डॉ. भीम राव अम्बेडकर की लड़ाई को आगे बढ़ाने की। शिक्षा की संवैधानिक जिम्मेदारी से भाग रही है। सरकार, शिक्षा का निजीकरण किया जा रहा है। पूंजीपतियों को बढ़ाने के लिए सरकारी स्कूलों को बर्बाद कर गरीबों को शिक्षा से वंचित किया जा रहा है।
विद्यालय में मात्र 4 शिक्षक हैं, अभिभावकों ने शिकायत की कि मात्र 2 शिक्षक विद्यालय आते हैं। HM अजय कुमार से वार्ता किया गया और कहा गया कि ये आपके बच्चें हैं। आपके हाथ में बच्चों का भविष्य है, आप रोज आएं और सभी शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करें। बता दें कि विद्यालय में मात्र 2 कमरा है, एक कमरे में वर्ग 3,4,5 और एक में वर्ग 1 और 2 के बच्चे पढ़ते हैं। भवन काफी जर्जर है, छत से पानी टपकता है। क्लास में बेंच नहीं है, बच्चे ठिठुरते हैं, फर्स से सीलन होता है। बच्चे अपने घर से बोरा-टाट खुद लाकर बैठते हैं ।
बरामदे में बनता है खाना,जिसका धुंआ क्लास रूम में जाता है। उन्होंने कहा कि नीतीश-भाजपा सरकार में सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। सरकार नहीं चाहती कि गरीबों के बच्चे पढ़ें। वहीं इस दौरान प्रमुख नेताओं में आरवाईए राज्य सह सचिव पप्पू कुमार राम, बड़गांव के पूर्व मुखिया माले नेता बिनोद चौधरी थे।
आरा से आकाश कुमार की रिपोर्ट