आरा में फलेरिया की दवा खाने से स्कूल में पढ़ने वाले करीब 41 बच्चे हुए बिमार,मची अफरा-तफरी 

Patna Desk

 

NEWSPR DESK- बिहार के आरा में आज उस वक्त अफरा तफरी का माहौल हो गया.जब फलेरिया की दवा खाने के बाद स्कूल में पढ़ने वाले करीब 41 बच्चे बीमार हो गए.बच्चों के बिमार होने की खबर जैसे ही उनके परिजन और स्कूल प्रबंधक मिली,उनके बीच अपना टपरी का माहौल गायब हो गया.जहां बिमार सभी बच्चों को तुरंत इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया.घटना कोईलवर प्रखंड के चांदी थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय की है.जबकि स्कूली बच्चों के बीमार होने की खबर चांदी थाना पुलिस को मिली पुलिस तुरंत स्कूल में पहुंच मदद करते हुए अपने वाहन से बिमारी बच्चो को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया,तो वहीं कुछ बच्चों को स्थानीय कोइलवर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी भर्ती कराया गया है.फिलहाल बीमार सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से एमडीए प्रोग्राम के तहत स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को फलेरिया की दवा खिलाई जा रही थी.इसी दौरान जब कोईलवर प्रखंड के चांदी थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को फलेरिया की दवा खिलाने लगे, तभी बच्चों को उल्टी और पेट दर्द की शिकायत होने लगी और एक कर सभी बच्चे बिमारी होने लगे.स्कूल में लगतार दर्जनों बच्चे एक साथ उल्टी करने लगे.जिसके बाद स्कूल में अफरातफरी का माहौल हो गया.सदर अस्पताल में बीमार बच्चों को भर्ती कराया गया है जिनकी संख्या 41 है और पांच बच्चो को कोइलवर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है.सदर अस्पताल में बच्चो के साथ परिजनों के बीच चीख पुकार मची रही.घटना की जानकारी मिलते ही सिविल सर्जन,सदर अस्पताल उपाधीक्षक और अस्पताल प्रबन्धक शशिकांत सदर अस्पताल में पहुंच बच्चों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने में जुट गए.वहीं शिक्षा विभाग के तरफ जिला शिक्षा पदाधिकारी अहसन भी सदर अस्पताल पहुंच बच्चों का हालचाल लिए.

दवा खाने से बीमार बच्चों का इलाज करवा रहे सिविल सर्जन शिवेंद्र सिन्हा ने बताया कि जानकारी मिली कि दर्जनों बच्चे बिमार हुए तो हम सदर अस्पताल पहुंच खुद के निगरानी में इलाज करवा रहे है.बीमारी का कारण बताते हुए सिविल सर्जन बताये की फलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सभी सरकारी विद्यालयों में 2 साल से ऊपर के बच्चो दावा खिलाया जा रहा है लेकिन यहां बिना खाना खिलाये बच्चो को खाली पेट दवा खिला दिया गया जिससे बच्चो को हल्की फुल्की तबियत खराब हुई है.परिजनों को घबराने की जरूरत बिल्कुल नही है सब कुछ नियंत्रण में है अब बच्चे ठीक होने लगे है बस कुछ ही देर में यहां से बच्चों को छोड़ भी दिया जायेगा.

मामले में सदर अस्पताल पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी अहसन ने बताया कि फ्लेरिया की दवा खाने से बच्चे बीमार हुए है.सभी बच्चे अब सुरक्षित है डॉक्टरों की टीम के मौजूदगी में सदर अस्पताल मे सबका इलाज करवाया जा रहा है.सभी बच्चे अब खतरे से बाहर है.स्कूल प्रसाशन की लापरवाही है या किसकी गलती है हम जांच करवायंगे.

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