NEWSPR DESK- लगातार आर्थिक अपराध इकाई राकेश कुमार पर शिकंजा कसता जा रही है आपको बता दें कि पूर्व में पदस्थापित राकेश कुमार सीओ के पोस्ट पर थे वही निलंबित करने के बाद आर्थिक अपराध इकाई ने छापेमारी की है आपको बता दें कि बालू के अवैध उत्खनन मामले में यह छापेमारी की गई है.
आपको बता दें कि सत्यापन के दौरान तत्कालीन अंचलाधिकारी पालीगंज पटना राकेश कुमार द्वारा बताया जाता है कि जिस समय यह पदस्थापित हुए थे इनके पास चल अचल की संख्या कम थी जिसके बाद यह चल अचल की संख्या बढ़ती चली गई,
वही इनकी पत्नी के बैंक खाते में 1.40 लाख रुपये राशि शेष पाई गई थी अपने सेवाकाल में इन्होंने अपने पद का भ्रष्ट दुरुपयोग कर धन अर्जित किया है आपको बता दें कि पटना में स्थित भव्य तीन मंजिला मकान निर्माण में काफी राशि का खर्च किया गया जिसका वर्तमान मूल्य करीब 1.5 करोड़ बताई जाती है इनके द्वारा 5 लाख 66 हजाड़ 213 रुपया मूल्य की वैगनआर कार भी पिता के नाम पर लिया गया जिसमें उनके द्वारा चेक एवं नगद के माध्यम से भुगतान किया गया है.
संपत्ति की बात कर ली जाए तो आर्थिक अपराध इकाई के छापेमारी में 35 लाख 20 हजाड़ पाई गई है इनकी परिसंपत्तियों एवं अन्य के आधार पर इनकी आय से अधिक संपत्ति 22 लाख 13 हजाड़ 442 रुपया पाई गई है जो कि आय से 62.8% अधिक हैं.
वही आपको बता दें कि निगरानी न्यायालय से तलाशी अधिपत्र प्राप्त कर पुलिस उपाध्यक्ष के नेतृत्व में आर्थिक अपराध इकाई की विशेष टीमों का गठन किया गया था टीम के सदस्य द्वारा या छापेमारी की गई है शास्त्री नगर रोड नंबर 1 रामपुर गोरिया स्थान जिला गया स्थित पैतृक आवास एवं कई अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की गई.
आपको बता दें कि राकेश कुमार 2009 बैच के सीधे नियुक्ति पुलिस ऑफर निरीक्षक हैं यह औरंगाबाद एवं भोजपुर जिले में पदस्थापित रहे हैं अपने सेवाकाल में इन्होंने अपने पद का भ्रष्ट दुरुपयोग किया है वह आय के स्रोत से काफी अधिक संपत्ति बनाए हैं इनके द्वारा अपने पैतृक ग्राम डुमरा में भी काफी जमीन पाया गया,
आपको बता दें कि वैध आय से इन्होंने एक कट्ठा जमीन में दो तल्ला मकान बनवाया है जिसका लागत करें 25 लाख रुपए बताया जा रहा है.