NEWSPR डेस्क। मुंगेर पुलिस एवं सीआरपीएफ द्वारा की गयी संयुक्त कार्रवाई में 50 हजार का इनामी कुख्यात नक्सली नरेश कोड़ा को शामपुर थाना क्षेत्र के घोड़ाखुर पहाड़ी जंगल से गिरफ्तार किया गया। उसके पास से एक पिस्टल एवं दस जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। बता दें कि वह दर्जनभर नक्सली कांडों का फरार आरोपी है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए मुंगेर, जमुई एवं लखीसराय पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी।
पुलिस अधीक्षक जगुनाथरेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि सूचना मिली थी कि शामपुर थाना क्षेत्र के घोड़ाखुड़ पहाड़ी जंगल में माओवादी कमांडर प्रवेश दा अपने सहयोगी नारायण कोड़ा, बहादुर कोड़ा, वीडियो कोड़ा एवं नरेश कोड़ा दस्ता के साथ जमा है। जो अपना दबदबा कायम करने के लिए किसी वारदात को अंजाम देने के फिराक में है। जिसके बाद नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए योजना बनाई गयी।
इसके साथ ही नक्सली जंगली पहाड़ी क्षेत्र में विस्फोटक लगाकर सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के फिराक में है। एएसपी अभियान मुंगेर कुणाल, 207 कोबरा बटालियन भीमबांध एवं नक्सल सेल मुंगेर की टीम ने छापेमारी के लिए घोड़ाखुड़ पहुंची। इसी दौरान घोड़ाखुर मंदिर के पास पुलिस को देख एक खड़ा व्यक्ति भाग जंगल में घुस गया जिसका पिछा कर सुरक्षा बलों ने पकड़ा। जिसकी पहचान कुख्यात नक्सली नरेश कोड़ा के रूप में हुई। गिरफ्तार नक्सली लखीसराय जिले के पीरीबाजार थाना क्षेत्र के लठिया कोड़ासी गांव कर रहने वाले है। जिसके पास से पुलिस टीम ने एक पिस्टल एवं 10 जिंदा कारतूस बरामद किया है।
वहीं एसपी ने बताया कि नरेश हार्डकोर नक्सली है और मारक दस्ता का कमांडर है। उस पर लखीसराय के पीरी बाजार थाना में 2, कजरा थाना में 3, चानन थाना में 1 एवं मुंगेर जिले के लड़ैयाटांड थाना में एक मामला दर्ज है। जिसमें वह फरार चल रहा था। नक्सल प्रभावित मुंगेर, जमुई एवं लखीसराय के विभिन्न थानों में इसका आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। इसके खिलाफ बिहार सरकार एवं पुलिस महानिदेशक बिहार ने 50 हजार रूपया का ईनाम भी घोषित कर रखा है।
मुंगेर से मो. इम्तियाज की रिपोर्ट