गया ज़िला के इमामगंज के गाँधी मैदान में बालू बंदोबस्ती रद्द कराने के लिए बैठे ग्रामीणों के पक्ष में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी अपनी गरीब पद यात्रा को छोड़कर धरना में शामिल होकर इमामगंज विधानसभा अंतर्गत चल रहे विभिन्न बालू घाटों को रद्द कराने के लिए बिहार के मुख्य सचिव से टेलीफोनिक बात कर बालू बंदोबस्ती रद्द कराने के लिए निवेदन किया। ग्रामीणों के अनुसार ठीकेदार द्वारा बालू घाट पर बैठी महिलाओं को झोंटा पकड़ कर पीटा गया,उसे लेकर ठीकेदारों के विरुद्ध पुलिस के वरीय पदाधिकारी से बात कर ठीकेदारों के विरुद्ध करवाई के लिए बात कही है। साथ ही ग्रामीणों के साथ षंडयंत्र के तहत मुकदमा कराया गया है। उसे वापस लेने के लिए भी आईजी,डीआईजी को कहा है। साथ साथ कहा इस तरह का शोषण ग्रामीणों के साथ किया जा रहा है। और पुलिस प्रशासान साथ दे रही है तो कहीं न कहीं पुलिस रुपया लेकर ये खेल खेल रही है।
वहीं अपने बेटे को भी बिहार का मुख्यमंत्री का दावेदार बताया है। साथ साथ बताया के बिहार के मुख्यमंत्री की समाधान यात्रा का बचा कार्य को पूरा करने के लिए गरीब पद यात्रा निकाली गई है। जो मुख्यमंत्री का सपने को पूरा करेगा। साथ साथ अधिकारी द्वारा नीतीश कुमार से नही मिलने दिए है। तो मैं गरीबों का इस गरीब पद यात्रा में उनका आवेदन लेकर समाधान यात्रा के बचे काम को पूरा करूंगा। तब जाकर इसका उद्देश्य पूर्ण होगा। और गरीबों का समाधान होगा। साथ साथ धरना स्थल पर बीरेंद्र दाँगी,पार्वती देवी, अवधेश प्रसाद, रामप्रीत भारती,बिट्टू सिंह,कारु सिंह, निक्कू सिंह, पंकज वर्मा, उमेश प्रसाद, मुख्य पार्षद, शंकर पासवान आदि लोग मौजूद थे।