अजीत सोनी
गुमलाः एक तरफ बिहार-झारखंड के कई जिले बारिश के कारण परेशान हैं, वहीं गुमला जिले में बारिश नहीं होने यहाँ के किसान हुए मायूस छाई हुई है। बारिश के लिए यहां की महिलाएं भगवान इंद्र की पूजा-पाठ कर रही हैं।. उनका मानना है कि इस विधी से पूजा करने करने पर भगवान इंद्र खुश होंगे और अच्छी बारिश करेंगे. यही वजह है कि महिलाएं भगवान इंद्र से बारिश करने की गुजारिश कर रही हैं जिला कृषि पदाधिकारी ने भी कई इलाको में बारिश नही होने की बात स्वीकार की है|
धान की बुआई के लिए मन्नत
गुमला अपने घरों से निकलकर हाथों में कांसे का लोटा लेकर सड़क पर पंक्तिबद्ध होकर चल रही ये महिलाएं किसी जन आंदोलन या फिर किसी के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने के लिए नहीं निकली है, बल्कि ये निकली है भगवान इंद्र की पूजा करने के लिए, क्योंकि सावन के महीने में भी खेतों में पानी नहीं होने की वजह से अन्नदाताओं को धान की खेती करने में भारी परेशानी हो रही है. अगर समय से धान की बुआई नहीं होती है तो ऐसे में बेहतर फसल की उम्मीद नहीं की जा सकती है. यही वजह है कि गुमला जिले के अन्नदाता अपने खेतों में सही समय से धान की बुआई कर सकें, इसको लेकर भगवान इंद्र से बारिश करने की गुजारिश कर रहे हैं।
गुमला जिला मुख्यालय से सटे तिर्रा गांव की ये महिलाएं अपने घरों से निकलकर करीब 3 किलोमीटर दूर रायडीह और गुमला प्रखंड के सीमांत पर स्थित बहती नदी से जल उठा कर पास में ही पूरे विधि विधान से पूजा कर रही हैं.
विधि-विधान से की पूजा
पूजा कर रही महिलाओं ने कहा कि सबसे पहले हमने गांव में स्थित देवी मंडप में पूजा किया. उसके बाद जितिया (पीपल वृक्ष) और सरना स्थल पर जाकर जल डाला उसके बाद फिर से स्नान करने के बाद गांव की सीमा पर स्थित इस नदी के समीप आकर भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए उन्हें मनाने के लिए पूजा कर रहे हैं, ताकि अच्छी बारिश हो और किसान अपने खेतों में समय से धान की फसल उपजा सकें. महिलाओं ने बताया कि अगर समय से खेतों में धान की बुआई नहीं करते हैं, तो ऐसे में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है |