NEWSPR डेस्क। एक ऐसा स्कूल जिसमें छाता तानकर बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं। टीचर्स क्लासेस ले रहे। जमीन पर बच्चे हाथों में छाता लेकर पढ़ाई कर रहे हैं। बच्चे छत के नीचे इसलिए छाते के साथ पढ़ रहे। क्योंकि बारिश के कारण स्कूल का छत टपकता है।
आदिवासी बहुल्य घंसौर ब्लॉक के खैरीकला गांव के प्राइमरी स्कूल के ये हालात। जो कि मध्यप्रदेश के सिवनी में है। बता दें कि खैरीकला गांव घंसौर ब्लॉक से 7 किलोमीटर दूर है। वहीं बच्चे के पेरेंट का कहना है कि स्कूल की हालत इतनी खराब है कि एक बार तो छत से प्लास्टर का टुकड़ा बच्चे के सिर पर गिर गया था। हालांकि बच्चे को गंभीर चोट नहीं आई।
जिसकी शिकायतें की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। वहीं शाला प्रबंधन समिति का कहना है कि स्कूल की खराब हालत से अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। कई बार मरम्मत के लिए आवेदन दे चुके हैं। घंसौर के बीआरसीसी देवीलाल सेन का कहना है कि स्कूल की मरम्मत के लिए प्रस्ताव जिला शिक्षा केंद्र को भेज चुके हैं। जैसे ही स्वीकृत होकर रकम आएगी, मरम्मत करवा दी जाएगी।