NEWSPR डेस्क। यूपी में बेखौफ अपराधियों ने एक ही परिवार के पांच लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी। जिसमें पति-पत्नी, बेटी, प्रेग्नेंट बहू और दो साल की पोती है। वहीं स हमले में पांच साल की एक बच्ची बच गई। हालांकि हत्यारे ने उसपर हमला करने की कोशिश की थी। बताया जा रहा कि बेटी और बहू के साथ रेप भी किया गया है। हालांकि ऐसी आशंका जताई जा रही।
बच्ची का इलाज अस्पताल में चल रहा। घटना यूपी के खेवराजपुर गांव की है। बताया जा रहा कि हत्यारों ने विकलांग बेटी और गर्भवती बहू के साथ रेप भी किया है। क्योंकि, इन दोनों के शरीर के निचले हिस्से पर कपड़े नहीं थे। सिर्फ यही नहीं, वारदात के बाद हत्यारों ने घर में आग लगाने की कोशिश की लेकिन नाकामयाब रहे। घटना शनिवार की है। आसपास के लोगों का कहना है कि 4 बजे सुबह घर से धुआं उठ रहा था। जिसे देखकर गांववालों को लगा कि घर में आग लगी है। वह जब आए तो देखा कि 5 फीट की बाउंड्री के अंदर और घर के बाहर तीन चारपाई में पांच लोगों के खून से सने हुए शव पड़े हुए थे।
घर का बेटा बाहर रहता है। वहीं पुलिस ने वारदात की सूचना बेटे को दी तो वह रोता-बिलखता मौके पर पहुंचा। वहां परिवार के पांच सदस्यों की लाशों को देखकर वह बेसुध हो गया। मरनेवालों में राजकुमार यादव (55) अपने परिवार के साथ रहते थे। परिवार में पत्नी कुसुम (50), एक बेटा सुनील (35), बहू सविता (30), बेटी मनीषा (25) और दो पोतियां साक्षी (5) और मीनाक्षी (2) साल शामिल हैं। बेटे ने बताया कि उसकी बीवी पांच महीने की प्रेग्नेंट थी। जबकि बहन विकलांग थी। दोनों के साथ रेप की आशंका जाहिर की है। क्योंकि, दोनों के शरीर के निचले हिस्से में कपड़े नहीं थे। ग्रामीणों की आंशका है कि रेप के बाद हत्या की गई है। हालांकि, पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही।
सामूहिक हत्याकांड की खबर से पुलिस के हाथ-पांव फूल गए हैं। पुलिस ने तुरंत फॉरेंसिक व डॉग स्कवॉयड को मौके पर बुलाया। डॉग गांव की तरफ 300 मीटर तक गए और फिर वहीं बैठ गए। ऐसे में पुलिस को शक है कि हत्यारे वारदात को अंजाम देने के बाद गांव की तरफ से ही भागे हैं। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। मामला लखनऊ STF को सौंपा गया है।