आरा में एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में आरा सिविल कोर्ट में बम ब्लास्ट के आरोपी अखिलेश उपाध्याय उर्फ मूसा, आरा जेल के दो ट्रेनी जेलरों पर पैसे मांगने का आरोप लगाता दिख रहा है।बता दें कि इस वायरल वीडियो में मूसा कान के पास काले रंग का मोबाइल रख कर किसी से बात कर रहा है। जिसमें जेल के अंदर होने वाले तमाम गलत और अवैध धंधों का खुलासा कर रहा है। हालांकि यह वायरल वीडियो कब की है और कहां की है यह साबित नहीं हो पाया है।
वायरल वीडियो में बताया जा रहा है की कैसे जेल में रौशन कुमार रजक और शबनम प्रिया ने मूसा को मोबाइल दिया है। वहीं वायरल वीडियो में मूसा बता रहा है की मुझसे गांजा और हीरोइन बेचवाते है। एक भारद्वाज जी है जो वकील है। वह 13 नंबर वार्ड में सप्लाई कराते है। अगर हम खाना-पीना को लेकर अनशन करते है तो वे लोग मोबाइल देकर मैनेज कर लेते है। मुझे खाना बहुत कम दिया जाता है।
अखिलेश वायरल वीडियो में बताता है कि साथ ही मुझे सेल में बंद करके 50 हजार की मांग करते है। इसके लिए भारद्वाज जी चेक भेजते है। अगर मैं बोलता हूं तो चालान काट देते है। इन लोगों का चालान काटना आम बात हो गया है। कहते है कि हमें बाहर मैनेज करना होता है। डीएम और एसपी को देना होता है हम कहां से देंगे, ऐसा बोलते है। साथ ही यह भी कहते है कि संदीप सर को सस्पेंड कराया गया है। इसमें हम लोगों ने 50 लाख दिया है। वह कैसे पूरा होगा। बोलते है हम लोग को 50 लाख रुपए चाहिए। तुम इतने सालों से अपराधी हो क्या कर रहे हो।
बताते चलें कि बिहार के चर्चित आरा कोर्ट बम ब्लास्ट के मुख्य आरोपित कुख्यात लंबू शर्मा को फांसी की सजा दी गयी है। वहीं अखिलेश उपाध्याय, चांद मियां व उसके भाई नईम मियां सहित सात आरोपितों को उम्र कैद की सजा सुनायी गयी है। हालांकि मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार को आरा मंडल कारा से 28 बंदियों को अररिया जेल में शिफ्ट किया गया है। जिसमें अखिलेश यादव भी शामिल है। वहीं वीडियो सामने आने के बाद से भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार यादव ने वीडियो की जांच कराने की बात कही है। वही जेल के प्रभारी अधीक्षक सत्य प्रकाश ने कहा की वीडियो मिलने के बाद उनके स्तर से डीएम–एसपी को भेज दी गई है। इसमें आगे की कार्यवाई वरीय अधिकारियों के स्तर से होगी । फिलहाल इस वायरल वीडियो के सत्यता एवं आरोपों की पुष्टि हमारा चैनल नहीं करता है।