रांची की एक युवती की जिद के आगे रेल प्रशासन को झुकना पड़ा. दिल्ली से रांची आ रही राजधानी एक्सप्रेस सिर्फ उस युवती काे लेकर रूट बदलकर गया हाेते हुए 535 किमी का सफर कर रांची पहुंची.
दरअसल, टाना भगतों के आंदोलन से डालटनगंज रेलवे स्टेशन पर फंसी राजधानी एक्सप्रेस में सवार अनन्या ने यह जिद्द पकड़ ली कि वह जाएगी तो राजधानी से ही जाएगी. इसके चलते रेलवे अधिकारी भी परेशान हो गए. आखिर में अनन्या के जिद्द के आगे अधिकारियों को झुकना पड़ा. इसके बाद राजधानी एक्सप्रेस शाम करीब चार बजे डालटनगंज से वापस गया ले जाकर गोमो और बोकारो होते हुए रांची के लिए रवाना करनी पड़ी.
अकेली लड़की के लिए चलानी पड़ी ट्रेन
रात करीब दो बजे ट्रेन रांची रेलवे स्टेशन पहुंची. ट्रेन में अनन्या इकलौती सवारी थी. संभवतः रेलवे के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि जब एक सवारी को छोड़ने के लिए राजधानी एक्सप्रेस ने 535 किलोमीटर की दूरी तय की. डालटनगंज रेलवे स्टेशन के प्रबंधक अनिल कुमार तिवारी ने बताया कि वह मुगलसराय से रांची के लिए नई दिल्ली रांची स्पेशल राजधानी एक्सप्रेस में सवार हुई थी.
बीएचयू से एलएलबी करती हैं अनन्या
अनन्या ट्रेन के बी-3 कोच में सवार थी. अनन्या रांची के एचइसी कॉलोनी की रहने वाली हैं. वह बीएचयू में एलएलबी की पढ़ाई करती हैं. लातेहार जिला स्थित टोरी में टाना भगतों के रेलवे ट्रैक पर चल रहे आंदोलन के कारण डालटनगंज में ट्रेन रोक दी गई. पहले रेलवे के अधिकारियों ने सोचा कि आंदोलन खत्म हो जाएगा तो ट्रेन रांची पहुंचा दी जाएगी.
अनन्या ने ट्रेन से जाने की जिद्द कर ली
लेकिन आंदोलन खत्म नहीं हुआ तो रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को इसकी जानकारी दी गई. फिर यात्रियों को बस के जरिये रांची भेजने का निर्देश दिया गया. सभी यात्री बस से चले गए लेकिन अनन्या अड़ गई. रेलवे अधिकारियों ने अनन्या के समक्ष कार से रांची भेजने का प्रस्ताव रखा लेकिन वह तैयार नहीं हुई. वह जिद पर अड़ी रही कि राजधानी एक्सप्रेस से ही रांची जाएगी.