NEWSPR डेस्क। भभुआ जिला मुख्यालय के एकता चौक स्थित गांधी की प्रतिमा पर राष्ट्रीय प्रतीक अशोक का स्तंभ को सबसे ऊपर लगाया गया था। इधर पिछले एक साल से देश का राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ उस जगह से गायब हो गया। और इस पर नजर किसी की नही पड़ी खासकर प्रशासन की भी नहीं पड़ी। शुक्रवार को भभुआ शहर के एकता चौक स्थित गांधीजी की प्रतिमा के ऊपर सम्राट अशोक क्लब के सदस्यों के द्वारा देश का राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ को लगाया गया।
इस बारे में नगर परिषद अध्यक्ष जॉनी आर्य ने बताया कि एकता चौक भभुआ का सहृदय स्थली है, जहां गांधी जी की प्रतिमा लगाई गई है। गांधी के प्रतिमा के ठीक ऊपर अशोक स्तंभ जो हमारे देश का राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह है उसे भी लगाया गया था। लेकिन एक साल से वह गायब था। ये प्रशासन की घोर लापरवाही ही माना जाएगा। देश की पहचान राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ है। उसकी अपेक्षा जिला प्रशासन के द्वारा किया गया।
वैसे राष्ट्रीय प्रतीक का अपमान देश का अपमान तो है ही साथ में देश के पूरे आवाम का भी अपमान है।लेकिन जैसे ही हमें इस बात की जानकारी मिली की सम्राट अशोक क्लब इस सवाल पर संवेदनशील है और पुनः अशोका स्तंभ को उसी जगह पर स्थापित करना है चाह रहा है तो मैंने भी सम्राट अशोक क्लब के साथियों को इसके लिए धन्यवाद दिया। शुक्रवार को अशोक स्तंभ लगाया गया मैं भी मौके पर मौजूद रहा।
ये हमारे देश के गर्व की बात है। इसमें हमारा इतिहास छुपा हुआ है। लेकिन प्रशासन की नजर इस पर आज तक नहीं पड़ी। जबकि सारे आला अधिकारियों का इसी रास्ते से आना जाना होता है। जो काम एक साल पहले प्रशासन की ओर से किया जाना चाहिए था। उस काम को सम्राट अशोक क्लब के द्वारा किया गया। आपको बता दें कि राष्ट्रीय प्रतीक अर्थात भारत की राष्ट्रीय पहचान का आधार। इसकी विशिष्ट पहचान और विरासत का कारण राष्ट्रीय पहचान है जो भारतीय नागरिकों के दिलों में देशभक्ति और गर्व की भावना को महसूस कराता है।
कैमूर/भभुआ से ब्रजेश दुबे की रिपोर्ट