बैजू
बिहटाः केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय ने आज गुरुवार को 9वीं वाहिनी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), कैम्पस बिहटा का दौरा किया। इस दौरान केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री ने 9वीं वाहिनी एनडीआरएफ के कमांडेंट विजय सिन्हा तथा अन्य अधिकारियों के साथ मानसून के दौरान बिहार राज्य में संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने की तैयारियों की समीक्षा बैठक की।
इस दौरान बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ द्वारा तैयार किए गए सुनियोजित योजना और उपलब्ध संसाधनों के बारे में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री महोदय को पावर पॉइन्ट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारियाँ दी। अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए वर्तमान में बिहार सरकार की मांग पर 9वीं वाहिनीं एनडीआरएफ की कुल 12 टीमों को वाहिनीं मुख्यालय बिहटा में अलर्ट रखा गया है। टीमों में कुशल गोताखोर, तैराक और चिकित्साकर्मी मौजूद है जो कि बाढ़ आपदा के दौरान राहत व बचाव कार्य में लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने में तत्पर व तैयार है।
बाढ़ आपदा के साथ कोरोना से निपटने का भी प्रशिक्षण
बताया गया कि इस वर्ष बाढ़ आपदा के दौरान कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए विशेष रूप से एनडीआरएफ के कार्मिकों को प्रशिक्षित किया गया है। बाढ़ बचाव ऑपरेशन के दौरान एनडीआरएफ के बचावकर्मी कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए सुरक्षात्मक दिशा-निर्देश और प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करेंगे तथा आम जनता को भी कोविड-19 से सुरक्षात्मक उपायों को पालन करने के लिए जागरूक व प्रोत्साहित करेंगे।
मंत्री ने की एनडीआरएफ की प्रशंसा
केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने इस 9वीं वाहिनीं एनडीआरएफ के बचावकर्मियों द्वारा विषम परिस्थितियों में बिहार, झारखंड तथा देश के अन्य राज्यों में प्राकृतिक तथा मानवजनित आपदाओं से निपटने में किए गये सराहनीय योगदान की भरपूर प्रशंसा की। उन्होंने बाढ़ आपदा के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव पर भी विशेष सावधानी बरतने का निर्देश दिया तथा समाज के लोगों को इस बारे में ज्यादा से ज्यादा जागरूक करने पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान मानसून काल में सभी एजेंसियों के साथ कुशल तालमेल और समन्वय के साथ विशेष चौकस रहने की जरूरत है ताकि मुसीबत में लोगों को त्वरित सहायता पहुँचाया जा सके।
स्कूलों में चलाएं आपदा राहत कार्यक्रम
केंद्रीय राज्य मंत्री ने आपदा से निपटने में सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम के महत्व पर विशेष बल दिया। 9वीं वाहिनीं एनडीआरएफ द्वारा आपदा जोखिम न्यूनीकरण हेतु झारखण्ड और बिहार राज्यों में चलाये गए सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम, स्कूल सुरक्षा कार्यक्रम और विभिन्न एजेंसियों के साथ किये गए संयुक्त मॉक एक्सरसाइज का भी उन्होंने सराहना किया तथा इसे आगे भी जारी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आपदा से कुशलता से निपटने के लिए हमारे समाज के सभी लोगों को जागरूक होना वर्तमान परिवेश में अत्यन्त जरूरी है। उन्होंने निर्देश दिया कि मानसून के बाद कॉलेजों, सीनियर स्कूलों तथा बड़े-बड़े मॉलों में आपदा प्रबंधन विषय पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाए जिसमें मेडिकल फर्स्ट रेस्पांडर से संबंधित विषयों को जरूर शामिल किया जाए।