बाढ़ः ‘एसटी-एससी एक्ट’ के दुरुपयोग के मामले पहले भी सामने आते रहे हैं। इस बार मामला पटना जिला के बाढ़ थाना क्षेत्र स्थित मोहम्मदपुर गांव में सामने आया है। यहां आम की खेती से जुड़े किसानों की शिकायत है कि पंचायत के कुछ लोग ‘एसटी-एससी एक्ट’ में फंसाने के नाम पर आम लूटकर ले जाते हैं। अब हालात यह है कि किसी मामले में फंसने के डर से इन किसानों ने विरोध करना भी बंद कर दिया है।
इस गांव के किसान परशुराम सिंह बताते हैं कि हमारे गांव में आम उत्पादन करने वाले सभी किसान सवर्ण की श्रेणी से आते हैं! लेकिन ‘एसटी-एससी एक्ट’ की भय के सामने उनकी सारी सवर्णता धरी की धरी रह जाती है! ‘एसटी-एससी एक्ट’ की आड़ में यहां के असामाजिक तत्वों का एक जत्था आम के किसान को परेशान किए हुए हैं! जबरन आम के बगीचे में घुसकर ‘आम तो आम’ आम के डाल भी काट कर ले जाने को आमादा हो जाते हैं और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी भी देते हैं। उन्होंने बताया कि आम के बगीचे स्थित ‘बंदे हक्कानी’ का एक मजार है। जहां इन लोगों का अड्डा होता है। और वहीं से ये लोग सारी असामाजिक गतिविधियों का संचालन करते हैं। यदि सवर्ण जाति के लोग इसका विरोध करते हैं! तो ‘एसटी-एससी एक्ट’ के अंतर्गत फंसा देने की धमकी भी दी जाती है! ऐसा पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं! जिसमें झगड़ा का कारण कुछ और था! लेकिन उसे ‘एसटी-एससी एक्ट’ का सामना करना पड़ा है। इसी भय के कारण यहां के किसानों की बोलती बंद हो जाती है इस बाबत बाढ़ प्रशासन को भी कई बार सूचित की गई है। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।यहां के किसान दहशत में जीने को मजबूर हैं।
विवशता भी ऐसी है कि अब लोग आम की रखवाली करना भी छोड़ चुके हैं। किसानों की मांग है कि प्रशासन इन असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई हो, ताकि बेखौफ होकर अपनी खेती कर सकें