NEWSPR डेस्क। खबर सिवान से है। जहां एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान बच्ची की मौत हो गई। जिसके बाद बच्चे के परिजनों ने अस्पताल के बाहर जमकर बवाल काटा है। रविवार सुबह 10:00 बजे के आसपास भारी बवाल हुआ। अस्पताल पर लापरवाही से मौत का आरोप लगाते हुए परिजनों ने जमकर तोड़फोड़ की है।
पीड़िता की पहचान सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र के महमदपुर गांव निवासी अनिल शाह की 22 वर्षीय पत्नी आरती देवी के रूप में हुई है। जो सदर प्रखंड के बरहन में अपने मायके आई हुई थी। वह प्रेग्नेंट थी। डिलीवरी कराने के लिए अस्पताल पहुंची थी। जहां ऑपरेशन के वक्त बच्चे की मौत हो गई। पीड़ित का कहना है कि जांच के दौरान सब कुछ सामान्य था। जिसके बाद सदर अस्पताल में मौजूद एक महिला आशा कार्यकर्ता मीरा देवी ने उन्हें बहला-फुसलाकर नॉर्मल डिलीवरी कराने के नाम पर एक निजी अस्पताल में ले कर चली गई।
प्रसव के लिए महिला को भर्ती कराने के बाद जब डॉक्टरों ने ओवरडोज इंजेक्शन देना शुरू किया तो पीड़िता के पति अनिल साह ने खतरे को भांपते हुए पत्नी आरती देवी को लेकर वापस सदर अस्पताल पहुंच गया। तब तक सिजेरियन के दौरान बच्चे की मौत हो गई।पीड़ित के पति का कहना था कि महिला ने उनसे 35 सौ रुपए ठग ली और शहर के एक घटिया निजी अस्पताल में ले जाकर उनकी पत्नी की नॉर्मल डिलीवरी कराने के नाम पर ओवरडोज इंजेक्शन दिलवाया।जिसके बाद पति सतर्क हुआ और वापस सदर अस्पताल आया। लेकिन बच्चे की मौत हो गई।