NEWSPR डेस्क। बिहार की राजनीति में पसमांदा समाज की उपेक्षा को देखते हुए शहर के टिकरी रोड स्थित एक निजी होटल में अंसारी महापंचायत का आयोजन किया गया। इस आयोजन के जिले में सम्पन्न हुए निकाय चुनाव में जीतकर आए अंसारी समाज के 275 प्रतिनिधियों को न सिर्फ सम्मानित किया गया बल्कि आगे की रणनीति निर्धारित कर अपने हक और अधिकार की लड़ाई के लिए शंखनाद किया गया।
पसमांदा समाज के नेताओं ने कहा कि बिहार में 14 प्रतिशत यादवों की आबादी है और जातिगत प्रतिशत के आधार पर विधानसभा में 71 विधायकों के साथ वे अपनी मजबूत स्थिति प्रदर्शित कर रहें हैं।जबकि 14 प्रतिशत उपस्थिति के साथ पासमान्दा समाज हासिये पर है।यह नजरअंदाजी नहीं चलेगी।
नेताओं ने कहा कि लोकसभा, राज्य सभा या फिर एमएलसी का चुनाव हो पासमान्दा के उम्मीदवार किसी भी दल के द्वारा घोषित नही किये जाते।ऐसी स्थिति में समाज के लोग गांव गांव घूमकर सदस्यता ग्रहण करा रहे है।अभी हमारी सदस्य्ता सवा लाख हो चुकी है।जिस दिन यह संख्ता पांच लाख हो जाएगी।बिहार की राजनीति में पासमान्दा समाज की एक अलग पहचान होगी।
औरंगाबाद से रूपेश की रिपोर्ट