औरंगाबाद : एक तरफ पूरे बिहार में शराबबंदी कानून लागू है।हर रोज बिहार में जहरीली शराब पीने से लोगों की जान भी जा रही हैं।फिर उत्पाद विभाग के अधिकारी शराब के धंधेबाजो को न पकड़ कर सिर्फ पीने वालों को पकड़ने में लगे हुए हैं यही कारण है कि शराब कारोबारियों का हौसला बुलंद है और खुलेआम शराब की खरीद बिक्री कर रहे हैं
प्रतिदिन जिले से शराब की सेवन करने वाले सैकड़ों लोगों की की गिरफ्तारी हो रही है जिले की हालत ऐसी है कि शहर से लेकर गांव तक आसानी से शराब की बिक्री हो रही हैं।वह भी जब मन तब। सिर्फ एक फोन करने की जरूरत हैं, आसानी से शराब आपके हाथों तक पहुंच जाएगा।वैसे नगर निकाय चुनाव के दौरान जिले में शराब का डिमांड कुछ और ही ज्यादा बढ़ गया हैं।सूत्रों की माने तो शाम होते ही चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार के घरों पर शराब बेचने व पीने वाली की जमघट लग जाती हैं।जब इस सम्बंध में उत्पाद विभाग के अधिकारी से बात करने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नही हो सका।
ज्ञात हो कि जिले लगातार विशेष अभियान भी चलाया जाता हैं, लेकिन सिर्फ और सिर्फ पियक्कड़ ही पकड़े जाते हैं।ऐसे में सवाल उठता हैं कि शराब कहा से लोग सेवन कर लेते हैं।यानी कि उन्हें आसानी से उपलब्ध हो जाता होगा।