कटिहार में गंगा और कोसी के जलस्तर में हो रही है वृद्धि, महानंदा के जलस्तर में आयी कमी

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। कटिहार : कटिहार जिले के नदियों के जलस्तर में हो रही वृद्धि की वजह से कई प्रखंडों के निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैलने लगा है। कि के रविवार को भी महानंदा नदी के जलस्तर में मामूली कमी दर्ज की गयी है। जबकि दूसरी तरफ गंगा, कोसी, कारी कोसी व बरंडी नदी के जलस्तर में जबरदस्त उफान है। पिछले 24 घंटे के दौरान इन चारों नदियों के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गयी है। नदियों के घटते बढ़ते जलस्तर की वजह से कई इलाके में कटाव होने लगी है।
गंगा नदी यथा रामायणपूर व काढ़ागोला में बढ़ रहा है।जबकि बरंडी नदी डूमर एनएच 31 तथा कोसी नदी का जलस्तर कुरसेला रेलवे ब्रिज व कारी कोसी नदी का चेन संख्या 389 पर बढ़ रहा है। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से सक्रिय मानसून होने की वजह से जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में रुक-रुक कर बारिश हो रही है।
माना जा रहा है कि लगातार हो रही बारिश की वजह से ही जल स्तर में इजाफा होने लगी है। हालांकि महानंदा नदी के जलस्तर में अधिकांश स्थानों पर कमी दर्ज की गयी है। जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है। गंगा, बरंडी, कारी कोसी एवं कोसी नदी के जलस्तर में रविवार को भी वृद्धि दर्ज की गयी है. गंगा नदी के रामायणपुर में रविवार की सुबह 26.23 मीटर दर्ज किया गया, जो शाम में बढ़कर 26.25 मीटर हो गया. इसी नदी के काढ़ागोला घाट पर जलस्तर 28.26 मीटर दर्ज किया गया था, जो 12 घंटे बाद रविवार की शाम में बढ़कर 28.28 मीटर हो गया।

कोसी नदी का जलस्तर कुरसेला रेलवे ब्रिज पर बढ़ रहा है। एनएच 31 के डूमर में 29 बरंडी नदी के जलस्तर में मामूली वृद्धि हो रही है। कारी कोसी नदी का जलस्तर में एक सेंटीमिटर की वृद्धि हुई है। गंगा, बरंडी, कारी कोसी नदियों का जलस्तर बढ़ने से नीचले इलाके में पानी प्रवेश कर रहा है. इससे दियारा क्षेत्र में तेजी से पानी फैल रहा है. पानी बढ़ने से दियारा क्षेत्र में लगी फसल डूब गयी है. जिसमें परवल, मक्का सहित कई अन्य तरह की फसलें शामिल है. इससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. किसान बचे फसलों को नाव से घर तक लाने का प्रयास में जुटे हैं.

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