कटिहारः जिले में महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से कई प्रखंडों में बाढ़ ने दस्तक दे दी है, कटिहार के पांच प्रखंड बारसोई आजमनगर प्राणपुर कदवा और बलरामपुर बाढ़ की चपेट में है, लोग ऊंचे स्थानों पर अपने माल मवेशी को लेकर शरण लेने को विवश है। हालात का जायजा लेने के लिए खुद डीएम कँवल तनुज प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण करने से लिए पहुंचे और बाढ़ से निपटने और राहत सामग्री के वितरण हेतु संबंधित पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
निर्माणाधीन पुल का किया निरीक्षण
जिलापदधिकारी कँवल तनुज ने कदवा प्रखंड के शिवगंज के पास बनने वाले पुल का निरक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि इस पुल को अक्टूबर 2020 तक पूरा करना था, लेकिन अब इसे अगस्त तक पूरा करने की कोशिश की जा रही है। ताकि बाढ़ के दौरान लोगों को राहत पहुंचाई जा सके। गौरतलब है कि कदवा प्रखंड के शिवगंज के पास 2017 में ही महानंदा नदी का दायां तटबंध टूट जाने से कदवा में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी।
नाव ही लोगों की लाइफलाइन
नाव ही लोगो का आवागमन की लाइफलाइन बनी हुई है। गौरतलब है कि कटिहार वासियों को हर साल बाढ़ की विभीषिका से दो चार होना पड़ता है वैसे में एक और कोरोना का संक्रमण दूसरी और बाढ़ दोनों से निबटना ज़िला प्रसाशन के लिए एक चुनौती के रूप में है। डीएम की मानें तो इस बार डेढ़ गुना ज्यादा नाव की व्यवस्था की गई है। जिलापदधिकारी कँवल तनुज बाढ़ से निपटने और राहत सामग्री के वितरण हेतु प्रशासन की तरफ से पूरी व्यवस्था की गई है।