भागलपुर पुलिस ने नशा के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में अभी तक की सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल की है। जिसमें प्रतिबंधित कफ सिरप कोडीन की 34 हजार दो सौ पच्चास बोतल के साथ-साथ अफीम से बनने वाली प्रतिबंधित नशीली गोली एक लाख तिरसठ हजार दो सौ टैबलेट बरामद की गई है। जिसकी मार्केट वैल्यू एक करोड़ से ऊपर की बताई जा रही है। वही नशे के कारोबार में संलिप्त 5 लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वरीय पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली थी कि शहर में बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित नशीली दवाओं का कारोबार चल रहा है। जिस पर वरीय पुलिस अधीक्षक ने सिटी डीएसपी के नेतृत्व में कई थानों के थाना प्रभारियों की टीम बनाकर छापेमारी की शुरुआत की गई। सबसे पहले ततारपुर थाना क्षेत्र के कसवा गोलाघाट में छापेमारी कर कुख्यात अपराधी पप्पू सोनार और उसके शागिर्द पप्पू मिश्रा को गिरफ्तार किया गया।
जिनके पास से 30 कार्टून प्रतिबंधित दवा बरामद की गई। वहीं दोनों से पूछताछ के बाद तिलकामांझी थाना क्षेत्र के गंजी मिल फेज टू के एक गोदाम में छापेमारी की गई जहां से 34 हजार कोडीन कफ सिरप के साथ एक लाख तिरसठ हजार दो सौ नशीली टैबलेट बरामद की गई। यहां से गौरव केसान को गिरफ्तार किया गया। वही मुंदीचक से भी पुलिस ने 50 कार्टून प्रतिबंधित दवा बरामद की है 24 घंटे तक चली छापेमारी में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। वही करोड़ों की प्रतिबंधित दवा बरामद की है। वही अभी इस कारोबार को लेकर कई और लोगों से पूछताछ की जा रही है। नशीली दवाओं के कारोबारी भागलपुर, कटिहार, बांका सहित कई अन्य जिलों में यहां से नशीली दवाओं का सप्लाई करते थे।