पटना डेस्क
कश्मीरी पंडित सरपंच अजय पंडिता की हत्या का बदला सुरक्षाबलों ने ले लिया है। इस बात का खुलासा आईजी कश्मीर विजय कुमार ने किया है। उन्होंने कहा कि इस घटना को अंजाम देने वाला हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी उमर था। जिसे हाल ही में मार गिराया गया है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने इसकी पुष्टि की है। फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। उन्होंने कहा कि हम हर सरपंच को सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकते हैं, लेकिन जिसको भी खतरा है, वह हमारे पास आए। उन्होंने आतंकवाद का दामन थामने वालों की संख्या में गिरावट की पुष्टि भी की है।
आईजी ने कहा कि हम हमेशा नए भर्ती हुए आतंकवादियों को एनकाउंटर से पहले आत्मसमर्पण करने के लिए कह रहे हैं। ऐसे भटके हुए युवाओं के माता-पिता से अनुरोध कर रहे हैं कि वे अपने बच्चों से सामान्य जीवन में लौटने के लिए अपील करें। बीते दिनों जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा था कि इस वारदात के पीछे आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का हाथ है। पुलिस महानिदेशक ने एक अखबार से बातचीत में कहा था कि अनंतनाग जिले में आतंकियों ने सरपंच अजय पंडिता की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसे हिजबुल के आतंकियों ने जनता में खौफ पैदा करने के लिए अंजाम दिया।
दिलबाग सिंह ने कहा था कि इन वारदातों को पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आकाओं के इशारे पर अंजाम दिया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर पुलिस अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ तालमेल बनाकर ऐसी घटनाओं से निपटने में सक्षम है।