कांग्रेस तपस्वियों की पार्टी है, पुजारियों की नहीं _ राहुल गांधी।

Patna Desk

 

आज भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस महाधिवेशन के अंतिम दिन विश्व के लोकतंत्र के इकलौता महानायक, भारत के सजग, साहसी, संघर्षशील, जनप्रिय, लोकप्रिय, ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ विपक्ष, कांग्रेस पार्टी के सर्वमान्य नेता राहुल गांधी जी के ओजस्वी भाषण शुरू होते समूचे सभा स्थल पर राहुल, राहुल के नारो से गूंज उठा ।

बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह क्षेत्रीय प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू ने बताया की श्री राहुल गांधी जी अपने ऐतिहासिक भारत जोड़ो यात्रा की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा की कांग्रेस पार्टी तपस्वियों की पार्टी है, पुजारियों की नहीं, पार्टी के नेता कार्यकर्ता भारत जोड़ो यात्रा के बाद आगे भी देशवासियों के समस्याओं के लिए खून, पसीना बहाने , पैदल चलने के लिए तैयार रहे, हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मल्लिका अर्जुन खड़गे साहब संसद से सड़क तक के संघर्ष एवम् तपस्या का कार्यक्रम बनाए।

राहुल गांधी ने कहा की कांग्रेस जिस प्रकार आजादी की लड़ाई ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ लड़ी थी, उसी प्रकार आज अडानी समूह के भ्रष्टाचार , घोटाला के खिलाफ लड़ना होगा, मेरे द्वारा संसद में प्रधानमंत्री जी से उनके अडानी से क्या संबंध है, पूछने पर वो चुप्पी साध गाए, जबकि उन्हें एक लाइन का जवाब देनी चाहिए थी की मेरा अडानी से कोई संबंध नहीं है, उल्टे मोदी सरकार अडानी के बचाव में खड़ी हो गई है। कांग्रेस पार्टी देश की जनता की गाढ़ी कमाई जो एल आई सी, एस बी आई में जमा है उसे बचाने तथा अडानी के घोटाले को उजागर कर के रहेगी।

राहुल गांधी ने कहा की हम कांग्रेस जन सत्याग्रही है, सत्ता ग्राही नहीं , गांधीवादी है, सावरकर वादी नही । राहुल गांधी अपने भाषण के दौरान अपने छह वर्ष के उम्र की चर्चा करते हुए कहा की 1977 में जब मेरा घर खाली हो रहा था तो मैं अपनी मां से पूछा था की मम्मी ये मेरा अपना घर नही है ? जिसे सुन सभी लोग भावुक हो गए।

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