NEWSPR डेस्क। कल कार्तिक पूर्णिमा है। सनातन धर्म में इस दिन का महत्व काफी ज्यादा होता है। इस दिन गंगा स्नान के साथ ही दीपदान और पूजा का विशेष स्थान होता है। कार्तिक पूर्णमा के दिन गंगा या अन्य पवित्र नदियों में स्नान करना विशेष फलदायी माना जाता है। राजधानी पटना में गंगा स्नान के लिये श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है। इसके लिये राज्य सरकार की तरफ से विशेष व्यवस्था किया जता है। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा तट के प्रमुख घाटों/ संपर्क पथों पर भीड़ नियंत्रण ,यातायात प्रबंधन एवं विधि व्यवस्था हेतु दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की तैनाती की गई है। इस कार्य के सफल एवं सुचारू रूप से संपन्न कराने हेतु प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी की ब्रीफिंग श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में ब्रीफिंग की गई तथा सभी संबंधित अधिकारियों को ससमय अपनी-अपनी ड्यूटी पर हाजिर रहने एवं निर्धारित कर्तव्य का जवाबदेही से निष्पादन का निर्देश दिया गया।
बैठक में अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था श्री के के सिंह ने गंगा तट के प्रमुख घाटों पर श्रद्धालुओं की लगने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक एहतियाती उपायों तथा सजगता एवं सक्रियता के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही निर्देशों के अनुपालन करने के लिये सुनिश्चित करने को कहा। गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु नदी में बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं को नदी में बैरिकेडिंग के आगे नहीं जाने की सलाह दी गई है। घाटों पर प्रकाश ,चेंजिंग रूम ,यूरिनल आदि की समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा गंगा नदी में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर निजी नाव के परिचालन पर रोक लगाया गया है। साथ ही गंगा स्नान के दौरान दुर्घटना की संंभावना को देखते हुए एनडीआरएफ एसडीआरएफ टीम को अलर्ट मोड में रखा गया है तथा पर्याप्त संख्या में नाव, नाविक एवं गोताखोर की तैयारी की गई है। स्टैटिक एवं गश्ती पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है। आपदा संबंधी सभी कार्यों के प्रभार में अपर समाहर्ता आपदा रहेंगे। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर भीड़ नियंत्रण एवं यातायात प्रबंधन हेतु उप विकास आयुक्त को वरीय नोडल पदाधिकारी तथा अपर समाहर्ता राजस्व को नोडल पदाधिकारी नामित किया गया है।