NEWSPR डेस्क। कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में आज विपक्षी नेताओं का एक दल जंतर मंतर पहुंच गया है। विपक्षी नेताओं के इस ग्रुप में लगभग सभी विपक्षी पार्टियों के नेता शामिल हैं। 12.30 बजे संसद से विपक्षी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल संसद से बस के जरिए जंतर-मंतर के लिए निकला. जंतर-मंतर पर इन दिनों किसानों ने किसान संसद लगा रखी है. ये किसान नए कृषि कानूनों के खिलाफ 11 बजे से लेकर 5 बजे तक जंतर-मंतर पर किसानों की संसद लगाते हैं और केंद्र सरकार से इस कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
जंतर-मंतर पहुंचे राहुल गांधी ने कहा कि पूरा विपक्ष किसानों के समर्थन में संसद से जंतर-मंतर आए हैं। यहां पर विपक्ष हिन्दुस्तान के सभी किसानों को अपना पूरा का पूरा समर्थन देने पहुंचे हैं। राहुल ने कहा कि केंद्र सरकार को इन तीनों काले कृषि कानूनों को रद्द करना ही होगा। इस पर चर्चा से काम नहीं चलने वाला है। कांग्रेस नेता ने कहा कि संसद में क्या हो रहा है, ये आप जानते हैं? संसद में हम पेगासस पर चर्चा करना चाहते हैं लेकिन इस पर बहस नहीं हो रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने देश में सभी के फोन में पेगासस भर दिया है।
विपक्ष के इस प्रदर्शन में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस, मायावती की बीएसपी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पार्टी AAP शामिल नहीं हो रही है। जंतर-मंतर पर विपक्ष के इस प्रदर्शन में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, संजय राउत, मनोज झा, डीएमके के टी शिवा समेत अन्य नेता शामिल हैं। जंतर मंतर पर विपक्षी सांसद किसानों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं. विपक्षी सांसद Save farmers, Save India के नारे लगा रहे हैं।
राहुल गांधी समेत जंतर मंतर पर विपक्षी दलों के नेता किसानों के हक में आवाज बुलंद कर रहे हैं। विपक्षी दलों के इस प्रदर्शन में कांग्रेस, डीएमके, एनसीपी, शिवसेना, समाजवादी पार्टी, आरजेडी समेत वाम दलों के नेता शामिल हैं। इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विपक्षी नेताओं के साथ किसानों के मुद्दे पर मीटिंग की. कांग्रेस ने कहा है कि देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए विपक्षी दलों की एकजुटता जरूरी है। राहुल गांधी ने सभी विपक्षी पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं के साथ किसान, बेरोजगारी जैसे ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा की. देश बचाने की लड़ाई में विपक्ष एकजुट है। बता दें कि किसान आंदोलन, पेगासस जैसे मुद्दों को लेकर कई दिनों से संसद का कामकाज बाधित है