NEWSPR DESK- धान की फसल में अक्सर खैरा रोग लगता है. इस रोग से किसान की फसल सफेद या फिर पीली हो जाती है. फसल को खराब करने वाली यह बीमारी जिंक की कमी और मिट्टी में नाइट्रोजन और फास्फोरस की कमी से होती है. ऐसे में जिंक और डीएपी का प्रयोग कर इस रोग से निजात पाया जा सकता है
खरपतवार की वृद्धि- किसानों द्वारा धान की रोपाई के बाद फसल में खरपतवार की समस्या ज्यादा आती है. जिससे पैदावार में कमी होती है. ऐसे में खरपतवार से बचने के लिए किसानों को पेंटामेथलीन नामनीगोल्ड के साथफ्लूक्लोरोलिन (बासालिन) 1000-1500 को छिड़ककर फसल को खरपतवार से दूर रख सकते हैं.
किसानों की फसल में अक्सर दीमक लग जाता है. दीमक रोग से बचने के लिए किसानों को अपनी फसल में क्लोरोफिटे फास्ट दवा का छिडकाव करना चाहिए, जो दीमक से बचाता है.