किसान नए प्रजाति का केला टिसुकल्चर से कर रहे हैं खेती, व्यापार में आएगी बड़ी क्रांति।

Patna Desk

 

भागलपुर जिले का नवगछिया जो अपने खास खेती केला के लिए प्रसिद्द है यहाँ के किसानो ने एक नयी प्रजाति का केला टिसुकल्चर का जी नाइन को लगाना शुरू किया है ,इस केले की खासियत यह है की यह केला अन्यप्रजातियों से बिलकुल अलग है, इसके बारे में किसान श्री से सम्मानित नीरज कुमार ने बताया की यह बौना किस्म का होता है जो आंधी से प्रभावित नहीं होता और कम समय में जयादा मुनाफा देती है ,वहीँ इसका छिलका नहीं पकता है बल्कि फल पकता है जिसके कारण इस केला को कोल्ड स्टोर में रखने की जरुरत नहीं पड़ती है ज्यादा दिन तक यह केला सुरक्षित रहता है ।

वहीँ किसान श्री से सम्मानित नीरज साहू ने टिशुकाल्चर केला के बारे में बताया की जो एक बार इस केले को खरीदता है वो बार -बार इसी केले की मांग करता है क्योंकि इस केले का स्वाद अन्य केले के मुकाबले ज्यादा अच्छा है लेकिन किसानो का यह भी कहना है की इस केले की खेती की तकनिकी जानकारी पर्याप्त रूप से नहीं होने के कारन इस केले की खेती करने में दिक्कतें हो रही है.

जो भी हो केलांचल के नाम से जाना जाने वाला नवगछिया अनुमंडल में आने वाले समय में टिशुकल्चर केले का बोल बाला होगा और केलांचल का नाम भागलपुर में ही नहीं बल्कि पुरे देश में चमकेगा.

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