मो. इम्तेयाज खान
मुंगेर। हड़ताली कृषि सलाहकारों ने अपनी मांगों को लेकर कृषि संयुक्त निदेशक शंशय मुंगेर प्रमंडल मुंगेर का घेराव कर नारेबाजी की। किसान सलाहकारों ने विभाग के अधिकारियों पर सौतेल व्यवहार करने का आरोप लगाया है। विरोध कर रहे किसान सलाहकारों ने बताया कि सात माह के उन्हें मानदेय नहीं मिला है। ऐसे में अब आंदोलन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं रह गया है।
कृषि सलाहकारों की मानें तो कृषि विभाग द्वारा किसानों को फसलों और उन्नत तकनीक से खेती करने के बारे में जानकारी देने के लिए बहाल किया गया है जिसके लिए सरकार द्वारा हर पंचायत में एक केन्द्र बनाए गए है जहां पर प्रतिदिन 6 घंटे अपनी सेवा देनी है परन्तु कृषि विभाग के वरीय अधिकारियों द्वारा इनसे गैर कृषि कार्य लिया जा रहा है।
वर्ष 2011में जिला के पांच सदस्यीय टीम के द्वारा इनका चयन कर मानदेय के आधार पर जिला के पंचायतों में इनकी नियुक्ति की गई है।बावजूद इसके अबतक इनको सरकारी कर्मी का दर्जा नहीं मिला है उसपर से लगभग 7 माह से इनका मानदेय बकाया है। इतना ही नहीं इनको हर खेत मे जल योजना का सर्वेक्षण का कार्य करने के लिए इनपर वरीय अधिकारियों द्वारा दबाव डाला जारहा है और हर खेत मे जल योजना का सर्वेक्षण का कार्य नहीं किए जाने पर इनका वेतन काटने के साथ ही नौकरी से बर्खास्त करने की धमकी दी जा रही है।