अब तक आपने किसी मनुष्य या व्यक्ति को ही जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करते देखा और सुना होगा, लेकिन बिहार के गया जिले के गुरारू प्रखंड के अंचल कार्यालय में जाति प्रमाण पत्र बनवाने का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां एक कुत्ते ने जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन दिया है।
ऑनलाइन मिले इस आवेदन को हालांकि जांच के बाद रद्द कर दिया गया है, लेकिन इस आवेदन की चर्चा खूब हो रही है।
दरअसल, यह पूरा मामला गया जिले के गुरारू अंचल कार्यालय का है, जहां एक कुत्ते की जाति के लिए ऑनलाइन आवेदन किया गया है। आवेदन के लिए जो आधार प्रस्तुत किया गया है, उसमें कुत्ते की तस्वीर भी लगी हुई है।
आवेदन में आवेदक का नाम- टॉमी, पिता का नाम शेरू, माता का नाम गिन्नी का नाम है जबकि लिंग में पुरुष लिखा हुआ है। आवेदक अपने पता में गांव पाण्डेपोखर, पंचायत रौना, वार्ड नंबर 13, अंचल गुरारू एवं थाना कोंच लिखा है।
आवेदन पत्र के साथ जो आधार कार्ड दिया गया है, उसमे कुत्ते की तस्वीर है और आधार संख्या 993460458271 है।
आवेदन में आवेदक ने पेशा स्टूडेंट, जाति बढ़ई, जाति अनुक्रमांक- 113, जन्म तिथि-14 अप्रैल 2022 लिखी गई है। जाति में वर्ग अत्यंत पिछड़ा वर्ग (अनुसूची 1) लिखा गया है।
अंचल कार्यालय के मुताबिक, 24 जनवरी को जाति प्रमाण पत्र के यह ऑनलाइन आवेदन किया गया था। जब यह आवेदन आया तो अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक भी परेशान हो गए, बाद में जांच के बाद इस आवेदन को रद्द कर दिया गया है। जांच में आधार कार्ड भी फर्जी निकला है।
इस मामले में गुरारू के अंचल अधिकारी संजीव कुमार त्रिवेदी ने बताया कि यह किसी ने शरारत की है। उन्होंने कहा कि आवेदन के साथ जो मोबाइल नंबर दिया गया है, उस पर डायल करने से ट्रूकालर पर राजा बाबू का नाम दिखाई दे रहा है।
उन्होंने कहा कि इसकी पहचान करने की कोशिश की जा रही है। इन्हें चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
भले, ही अंचल कार्यालय द्वारा आवेदन को रद्द कर दिया गया है, लेकिन यह आवेदन चर्चा का विषय बन गया है, लोग इसकी खूब चर्चा कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि बिहार में जाति आधारित जनगणना भी शुरू है।