NEWSPR डेस्क। कृषि मंत्री आज कैमूर पहुंचे। जहां उन्होंने जनप्रतिनिधियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में जनप्रतिनिधियों की आवाज हमेशा से सुनी जाती रही है और आज भी अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों की बात सुननी होगी, जो अधिकारी या कर्मी जनप्रतिनिधियों सहित आम लोगों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लेंगे। उनके विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए हम हमेशा तत्पर हैं।
शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी हम विकास करने के लिए सदैव तत्पर हैं। उक्त बातें बिहार सरकार के कृषि मंत्री सह रामगढ़ विधायक सुधाकर सिंह ने कैमूर जिले के चांद व दुर्गावती क्षेत्र में आयोजित सम्मान समारोह में कही। उन्होंने कहा कि कृषि का क्षेत्र बहुत व्यापक है। इसके विकास के लिए कई विभागों का भी सहयोग लेना पड़ता है। जिसमें बिजली पानी सहित कई विभाग शामिल हैं।
किसानों के उत्थान के लिए हम दिन रात समर्पित हैं। आप लोगों की जो भी समस्याएं हैं यदि संबंधित पदाधिकारी नहीं सुनते हैं तो तुरंत हमें इसकी जानकारी फोन पर दें। हम उस अधिकारी से बात कर तुरंत समस्या का समाधान कराने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने तय किया है कि हर सप्ताह अपने क्षेत्र में लोगों से मिले और उनकी समस्याओं को सुनने के साथ उसका निदान करने की दिशा में कदम उठाया जाये। जब हम विधायक थे हमसे एक विधानसभा क्षेत्र के लोग जुड़े थे। लेकिन आज हम बिहार सरकार के मंत्री हैं और हम से पूरा राज्य जुड़ा हुआ है हम पूरे राज्य के लोगों के लिए कार्य करेंगे।
कैमूर का सर्वांगीण विकास मेरी पहली प्राथमिकता होगी
कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि विषम परिस्थितियों में हम लोग बिहार सरकार में कृषि मंत्री के तौर पर सूखा काल में शामिल हुए हैं। लेकिन हम लोग किसानों के सवाल पर भ्रष्टाचार एवं जो लूट मची हुई है। उसके सवाल पर पीछे नहीं हटेंगे। बिहार के विकास को नयी गति देते हुए कैमूर जिले का सर्वांगीण विकास मेरी पहली प्राथमिकता होगी। मंत्री ने अपने कर्म क्षेत्र रामगढ़ विधानसभा की जनता जनार्दन का आभार व्यक्त किया। जिस मुकाम पर मैं पहुंचा हूं उसमें सबसे बड़ा योगदान रामगढ़ विधानसभा की जनता जनार्दन का ही है।
आपदा के जरिए किसानों तक राहत का करेंगे काम
सुधाकर सिंह ने कहा कि बिहार में आकाल के इस दौर में कैसे किसानों को जिन्होंने खेती में पूंजी लगायी है। वह वापस जाये, हम उस चुनौती को स्वीकार करते हुए किसानों की मदद का काम करेंगे। हम उस चुनौती को स्वीकार करते हैं और जहां परती है पानी के अभाव में खेती नहीं हुई है। वहां आपदा के जरिए किसानों तक राहत का काम करेंगे। किसानों दो स्तर पर राहत दी जायेगी। जिनकी खेती नहीं हुइ्र है उनको एकमुश्त पैसा देने जा रहे हैं और जो खेती कर लिए हैं और उनका जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई की जायेगी। दोनों स्तर पर हम काम करेंगे और तीसरा काम होगा कि अगले फसल के लिए बीज से लेकर खाद तक अलग से मुहैया करायेंगे।
किसानों की हर सुविधाओं का रखा जायेगा ध्यान
चांद प्रखंड में आयोजित समारोह में किसानों को संबंधित करते हुए कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता दी जाएगी। धान खरीद हेतु पैक्स के अलावा और एजेंसियों को जिम्मेदारी दी जाएगी ताकि समय से धान की खरीद हो और किसानों को उसका उचित मूल्य मिल सके। जो भूमि परती रह गई है। रोपनी का काम नहीं हो पाया है। वैसे किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। किसानों को समय से खाद और बीज उपलब्ध हो जाएगा। अगर इसमें किसी तरह की कोई समस्या हो तो आप सूचित करें। उस पर गंभीरता से ध्यान दिया जाएगा। किसानों की जो भी समस्याएं आप हमें सूचित करें। अगर कोई पदाधिकारी किसी तरह की गड़बड़ी करता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। कृषि विभाग से मिलने वाला बीज किसानों को उपलब्ध होते रहेगा।
जनता का चुना हुआ प्रतिनिधि भगवान नहीं होता लेकिन भगवान से कम भी नहीं होता
दुर्गावती प्रखंड में आयोजित सम्मान समारोह में कृषि मंत्री ने कहा कि जनता का चुना हुआ प्रतिनिधि भगवान तो नहीं होता। लेकिन भगवान से कम भी नहीं होता। और जो अधिकारियों को भ्रम है कि हम लोग के कलम की तरह कत से बच जाएगे। मुझे विश्वास है कि वह बच नहीं पाएंगे। बचने के लिए उनको ताकत लगानी होगी। फिर भी वह बचेंगे नहीं।
उर्वरक की नहीं होगी कमी
कृषि मंत्री ने कहा कि मेरी कोशिश है कि किसानों के खेती के उर्वरक की कमी न हो। देखा जाता है कि किसान उर्वरक के लंबी लाइन लगाकर घंटों कतार में खड़े रहते थे अब ऐसा नहीं होगा। हमारी पूरी कोशिश है कि किसानों के फसल का पूरा दाम मिले। किसानों के फसल की खरीद पैक्स में हो। उन्होंने कहा कि सरकार का पूरा सिस्टम फेल था। जिसे अब पटरी पर लाने की तैयारी चल रही है।
कैमूर/भभुआ से ब्रजेश दुबे की रिपोर्ट