सरदार वल्लभभाई पटेल महाविद्यालय के पीछे कॉलेज की जमीन है और इस कॉलेज की जमीन पर कॉलेज के बिना परमिशन लिए किस परिस्थिति में शवदाह गृह बनाने को लेकर स्थल चिन्हित किया गया। यह समझ से परे है। कॉलेज की जमीन पर शवदाहगृह बनाने की योजना को लेकर कॉलेज इसके खिलाफ है और जिला प्रशासन को इसके खिलाफ लिखित शिकायत कॉलेज करेगा। हर हाल में कॉलेज के पीछे शवदाहगृह नहीं बनने दिया जाएगा। उक्त बातें सरदार बल्लभ भाई पटेल महाविद्यालय के प्रिंसिपल एसपी शर्मा ने कही। प्रिंसिपल ने कहा कि पटेल कॉलेज के पीछे शिक्षण संस्थान है। इसके अलावा कॉलेज में छात्रावास है। जहां बच्चे रहकर पढ़ते हैं। वही कॉलेज के आसपास आवासीय इलाका है। इसके अलावा कॉलेज के आसपास निजी शिक्षण संस्थान है। इन सभी को देखते हुए पटेल कॉलेज के पीछे शवदाहगृह बनाने की योजना पूरी तरह से गलत है। जिस स्थल पर शवदाहगृह बनाने की योजना किया जा रहा है। वह स्थल पटेल कॉलेज का है। बिना अनुमति के कॉलेज के जमीन पर शवदाहगृह बनाने की योजना सिर्फ सपना ही रहेगा। इसको हकीकत नहीं होने दिया जाएगा।
बता दें कि कैमूर जिले के भभुआ शहर के सरदार बल्लभ भाई पटेल कॉलेज के पीछे नगर परिषद द्वारा सौदागर बनाने की योजना किया जा रहा है। जहां पांच करोड़ की लागत से शवदाह बनाने की योजना को लेकर नगर परिषद के सभापति विकास तिवारी उर्फ बबलू द्वारा निरीक्षण किया गया। इस दौरान बताया गया कि पटेल कॉलेज के पीछे शवदाहगृह बनाया जाएगा। जहां दो रूप से शवों का अंतिम संस्कार किया जाएगा। जिसमें पहला इलेक्ट्रिक और दूसरा जलाने की विधि से शव को जलाया जाएगा। इसको लेकर सरकार को प्रस्ताव भेजा जा रहा है।
इधर जैसे ही पटेल कॉलेज के प्रिंसिपल को इस बात की जानकारी हुई की पटेल कॉलेज के पीछे शव को जलाने के लिए शवदाहगृह बनाया जा रहा है। उसके बाद उन्होंने इसका विरोध करते हुए कि दावा किया कि जिस स्थल पर सौदाहगृह बनाने की योजना किया जा रहा है। वह अस्थल पटेल कॉलेज का है और उस स्तर पर शवदाहगृह कभी नहीं बनने दिया जाएगा।