कॉलेज में एडमिशन के नाम पर नजराने के खेल का वीडियो वायरल, प्रबंधन ने साधी चुप्पी

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By PR Desk

शटरमैन के पद पर नियुक्त कर्मी अपनी दबंगई, गुंडई और लट बाजी के बल पर बड़ा बाबू का काम कर रहे हैं। अपने दबंगई के बल पर यह फार करके प्रिंसिपल का सिग्नेचर भी करते हैं और उनके बगल में जो व्यक्ति उनके सहयोग में बैठा है वह सुरेश पांडेय जी हैं ,जो उनके अवैध वसूली में सहयोग करते हैं । यह सारा खेल वर्तमान प्राचार्य रमेश कुमार जी के देखरेख में चल रहा है

एक्सक्लूसिव/ बबलू उपाध्याय

बक्सर। कॉलेज में एडमिशन के नाम पर नजराना का मामला गरमा गया है। महाविद्यालय के बाबूओं द्वारा पैसे की मांग किए जाने का वीडियो वायरल कर लोगो ने भ्रष्टाचार का मामला उठाया है । इधर वीर कुँवर सिंह विश्विद्यालय के पूर्व सीनेट मेम्बर अजय कुमार तिवारी मुनमुन ने वीडियो की सत्यता की जाँच कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाई की माँग करते हुए बताया कि वायरल वीडियो की निष्पक्ष जाँच कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाई की जाय। छात्रों से अवैध वसूली कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा। पूर्व सीनेटर श्री तिवारी ने विश्विद्यालय द्वारा जारी फीस का चार्ट भी जारी किया ह ।

बक्सर से news PR भी इस वायरल वीडियो की सत्यता की जाँच के लिए कॉलेज परिसर पहुँच कर पड़ताल में जुटी हैं ।

यह वीडियो डी. के. एम. कॉलेज डुमरी बक्सर का है,जो वर्तमान में इंटरमीडिएट प्रथम वर्ष और स्नातक प्रथम वर्ष के नामांकन में छात्रों से नाजायज वसूली किया जा रहा है ,इस जो वीडियो में दो व्यक्ति दिखाई दे रहे है वह जो चेयर पर बैठे हैं, इनका नाम इंद्रासन कुमार है, पुस्तकालय में इनकी नियुक्ति शटरमैन के पद पर हुई है जो वर्तमान में अपनी दबंगई, गुंडई और लट बाजी के बल पर बड़ा बाबू का काम कर रहे हैं। इंद्रासन कुमारअपने छात्र जीवन में एक बार जब बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित मैट्रिक की परीक्षा डुमरी उच्च विद्यालय से एग्जाम दिए थे तो फेल हो गए थे,फिर उम्र कम करा कर बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड से मैट्रिक के परीक्षा देकर सर्विस कर रहे हैं प्रथम दृष्टया यदि इनको देखा जाए तो यह सेवानिवृत्ति की आयु पार कर चुके हैं, लेकिन अपने दबंगई के बल पर यह फार करके प्रिंसिपल का सिग्नेचर भी करते हैं। और उनके बगल में जो व्यक्ति उनके सहयोग में बैठा है वह सुरेश पांडेय जी हैं ,जो उनके अवैध वसूली में सहयोग करते हैं ।

यह सारा खेल वर्तमान प्राचार्य रमेश कुमार जी के देखरेख में चल रहा है, और अवैध वसूली के पैसे से मोटी रकम वर्तमान प्राचार्य रमेश कुमार भी इस नजराना के खेल में शामिल है।

दस हजार दो, नहीं तो जाओ

विडियो में देखा जा सकता है कि किस प्रकार कॉलेज में बाबू बना बैठा शटरमैन किस तरह के छात्रोंं को खुलेआम कह रहा है कि एडमिशन लेना है तो दस हजार दो, नहीं तो दूसरे कॉलेज का रास्ता देखो। इस दौरान बाबू छात्रों को गाली भी देता नजर आ रहा है।

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